NEWSPR डेस्क। बिहार नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार सरकार के सामने अपनी तीन मांगें रखी हैं। अपनी तीन मांगों में तेजस्वी का कहना है कि राजद के पूर्व कद्दावर नेता और सांसद डॉक्टर रघुवंश प्रसाद सिंह और पूर्व केंद्रीय मंत्री और रामविलास पासवान की मूर्ति को राज्य सरकार बिहार में स्थापित करें। इसके अलावा उनका कहना है कि नीतीश सरकार रघुवंश बाबू के उन मांगों को पूरा करें, जो उन्होंने अपने आखिरी समय में मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में की थी।
बता दें कि तेजस्वी यादव पूर्व विधायक देवदत्त प्रसाद की 10वीं पुण्यतिथि में भाग लेने गोपालगंज के लिए रवाना हुए हैं जिस दौरान उन्होंने सरकार के सामने अपनी ये तीन मांगें रखी हैं। उन्होंने कहा कि कल उन्होंने लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान और से मुलाकात की थी। इन दोनों नेताओं की पहली बरसी मनने वाली है। इसलिए राज्य सरकार से अनुरोध है कि बिहार की राजनीति में अपनी अमिट छाप छोड़ने वाले इन दोनों नेताओं की प्रतिमा स्थापित होनी चाहिए और साथ ही इनकी जयंती या पुण्यतिथि पर राजकीय समारोह मनाया जाए।
वहीं अपनी अंतिम इच्छा के रूप में रघुवंश बाबू वैशाली के लिए गणतंत्र दिवस के मौके पर सीएम द्वारा झंडोत्तोलन और बुद्ध के अंतिम भिक्षापात्र की वापसी की मांग की थी।
जीवन के आखिरी समय में इस दुनिया को अलविदा कहने से महज तीन दिन पहले ही रघुवंश प्रसाद सिंह ने 10 सितंबर को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कई पन्नों का पत्र लिखा और उन्होंने अपनी आखिरी इच्छाएं व्यक्त की। जीवन के आखिरी पड़ाव पर रघुवंश बाबू का सबसे बड़ा सपना ये रहा कि बिहार की राजगद्दी पर बैठने वाला व्यक्ति वर्धमान महावीर की जन्मस्थली, गौतम बुद्ध की कर्मस्थली और लोकतंत्र की जननी वैशाली में गणतंत्र दिवस के दिन झंडोतोलन करे। ताकि इससे वैशाली की गरिमा भी बढे और लोकतंत्र की जननी के रूप में इसकी वैश्विक पहचान स्थापित हो। ये ही मांगें तेजस्वी यादव ने भी बिहार सरकार के पास रखी है।