NEWSPR डेस्क। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज मीडिया से रूबरू हुए। जिस दौरान उन्होंने जातीय जनगणना से लेकर तमाम मुद्दों पर अपना बयान दिया। उन्होंने राजद नेता तेजस्वी यादव द्वारा लिखे गए चिठ्ठी को लेकर भी बयान दिया। उन्होंने कहा कि तेजस्वी पत्रवा लिखेंगे तब न पढ़ेंगे ऐसे मीडिया में चिट्ठी लिखने से नहीं होगा। मुख्यमंत्री ने कहा-हम हाथ जोड़ कर कह रहे हैं। आप जब लेटर लिखियेगा हमको, तभी हम पढते हैं। अब ऐसे कहीं भेज दीजियेगा तो उसको हम कैसे पढ़ेंगे। हां, मीडिया में आ ही जाता है तो देख ही लेते हैं।
बता दें कि तेजस्वी यादव ने लेटर लिख कर मांग की है कि बिहार के किसानों की समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में सर्वदलीय नेता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात करें। नेता प्रतिपक्ष ने इसकी जानकारी ट्वीट करके दी है। जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री को दो पन्नों का पत्र लिखा है। वहीं मुख्यमंत्री ने बोला कि बिहार में बाढ़ पीड़ितों के लिए हर तरफ से मदद किया गया है। केंद्र की टीम आई थी जो मुआयना कर वापस जा चुकी है। किसानों को बाढ़ से हुए नुकसान और सभी नुकसान का केंद्र की ओर से आंकलन किया जा चुका है। बिहार सरकार ने बाढ़ प्रभावितों को हर संभव मदद दिया है और हर प्रकार की सुविधाएं मुहैया कराई है।
वहीं बिहार के विशेष दर्जा वाली बात पर बोले कि बिहार के लिए विशेष राज्य के दर्जा की मांग पुरानी है। वो जारी रहेगी, इस मामले में केंद्र सरकार को निर्णय लेना है। राज्य में विकास हो इसके लिए शुरु से मांग करते आ रहे हैं। वहीं जातीय जनगणना को लेकर कहा कि जातीय जनगणना तो होगी ही। इस मुद्दे को वह नहीं छोड़ सकते।