NEWSPR डेस्क। नालंदा के रहुई प्रखंड में हर साल बाढ़ की त्रासदी का दंश लगभग पंचायत के लोग झेलते। वहीं इस साल भी पिछले दिनों हुई झारखंड और बिहार हुई बारिश का असर नालंदा में देखने को मिला। लगातार बारिश के कारण झारखंड से तिलैया डैम से पानी छोड़ा गया। जिससे रहुई प्रखंड के कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई। वहीं इस बार का बाढ़ का पानी रहुई प्रखंड के कई इलाकों के खेतों में फैल गया और कई नदियों का जलस्तर से काफी उफान पर आ गया।
नदियों में उफान के कारण कई जगह पर नदियों को अतिक्रमण कर घर बना दिया गया है। उसके ऊपर रास्ते का निर्माण कर दिया गया है। रहुई प्रखंड के अलीपुर चिमनी के पास गोईठवा नदी में अतिक्रमण के कारण बाढ़ की तबाही से 3 पंचायत के धान पूरी तरह से तबाह हो गई। वहीं इस समस्या को लेकर जदयू प्रखंड अध्यक्ष विनोद मुखिया के पहल पर जिला प्रशासन की मदद से भट्टा मालिक द्वारा गोइठव नदी पर किए गए अतिक्रमण को जेसीबी मशीन से हटाया गया।
वहां पर मौजूद स्थानीय किसानों ने बताया कि वर्तमान मुखिया के द्वारा ही इस गोईठवा नदी पर पुल बना कर अतिक्रमण किया गया था। जिसके कारण पिछले 1 साल से लगातार इस नदी से पानी का निकास नहीं होने के कारण 3 पंचायतों में बाढ़ का कहर देखा जा रहा था। इस गोइठवा नदी पर अतिक्रमण मुक्त होने के बाद तीन पंचायत के हजारों किसान सीधे लाभान्वित हो गए और उनकी फसल बाढ़ में नहीं डूबेगी।
ऋषिकेश संवाददाता नालंदा