NEWSPR डेस्क। सूबे में नीतीश सरकार के द्वारा एक बार फिर सख्ती से पूर्ण शराबबंदी को लागू किये जाने को लेकर हर जगहों पर अभियान चलाया जा रहा है। वहीं कटिहार सदर अस्पताल के परिसर में कचरे के ढेर में सैकड़ों विदेशी शराब के खाली बोतल और टेट्रा पैक का डब्बा मिला है.इस तरह से अस्पताल परिसर में विदेशी शराब की बोतलें मिलने से अस्पताल प्रशासन पर सवाल उठ रहा है। आखिर सूबे में पूर्ण शराबबंदी के बाद और इतनी कराई के बावजुद शराब का इस्तेमाल कौन करता है और इसके लिए जिम्मेवार कौन है।
स्थानीय नेता और लोगों की मानें तो बिहार के कटिहार में बिहार सरकार के द्वारा पूर्ण शराबबंदी का मजाक उड़ाया जा रहा है। इसके लिए पूर्णरूप से जिम्मेदार अस्पताल प्रबंधन और प्रशासन है। इस तरह से अस्पताल परिसर के कचरे में कचरे के भाव से खाली शराब की बोतलें काफी कुछ बताता है। आखिर दवा के कचरे की जगह खाली शराब की बोतलें कैसे? यहां तक की राजद के युवा बिहार प्रदेश के सचिव आशु पांडेय ने अस्पताल के सिविल सर्जन की भूमिका पर सवाल उठाते हुए उनपर कार्रवाई करने और इस्तीफे देने की मांग सरकार से किया है।