बिहार स्टेट हाईवे प्रोजेक्ट-III फेज-2 के लिए लोन लेना का रास्ता हुआ साफ, 5 हाईवे प्रोजेक्ट होंगे तैयार

Patna Desk

NEWSPR डेस्क। बिहार राज्य में बिहार स्टेट हाईवे प्रोजेक्ट-III फेज-2 के अंतर्गत पांच राज्य उच्च पथ संख्या-95 (मानसी-सिमरी बख्तियारपुर पथ), SH-98 (कटिहार-बलरामपुर पथ), SH-99 (बायसी-बहादुरगंज- दीघल बैंक पथ), SH-101 (अम्बा-देव-मदनपुर पथ), SH-103 (मंझवे-गोविंदपुर पथ) एवं SH-105 (बेतिया-नरकटियागंज पथ) के लिए भारत सरकार के DEA के द्वारा ADB से ऋण लिये जाने के लिए DEA और ADB द्वारा BSRDCL के अधिकारियों के साथ समीक्षा की गई। बता दें कि इनका निर्माण एशियन डेवलपमेंट बैंक के वित्त संपोषण से किया जाना है।

इन सड़कों को अंतराष्ट्रीय मानक के आधार पर चैड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण किया जाना है। सभी परियोजनाओं की कुल लागत लगभग 2680 करोड़ आँकी गई है। इसके लिए एशियन डेवलपमेंट बैंक लगभग 329 मिलियन डालर का ऋण भारत सरकार को देगी। सभी परियोजनाओं का कार्यान्वयन बिहार स्टेट रोड डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड के द्वारा किया जाएगा। प्रबंध निदेशक पंकज कुमार ने बताया कि राज्‍य उच्‍च पथ सं०-95, राज्‍य उच्‍च पथ सं०-98,  राज्‍य उच्‍च पथ सं०-101 में पर्याप्‍त मात्रा में भू-अर्जन कर ली गई है। इन परियोजनाओं के लिए ADB के वेबसाईट पर Advance Contracting Notice प्रदर्शित की गई है। सभी निविदाओं से संवेदक का चयन मई, 2022 तक करने का लक्ष्‍य रखा गया है।

राज्‍य उच्‍च पथ संख्‍या -95 के निर्माण से सिमरी बख्तियारपुर पर आवागमन में लगभग 2 से 2:30 घंटे की बचत होगी तथा इस मार्ग में प्रस्‍तावित पूल से मानसी से सहरसा जाने में 200 कि०मी० की लगभग दूरी कम होगी। राज्‍य उच्‍च पथ संख्‍या -98  के निर्माण पूर्वी बिहार से उत्‍तरी पश्चिम बंगाल आने जाने में सुविधा होगी वहीं राज्‍य उच्‍च पथ संख्‍या -99  के बन जाने से सुदूरवर्ती जिले किशनगंज से एन०एच-30, एन०एच०-327 एवं इंडो नेपाल बॉडर रोड के द्वारा बिहार के अन्‍य जगहों पर आने-जाने में सुविधा होगी।

एन०एच०-101 के निर्माण्‍ के फलस्‍वरूप अम्‍बा माता के मंदिर तथा देव के सूर्य मंदिर जाना आसान हो जायेगा। इससे इन स्‍थानों पर पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा साथ हीं गया, नवादा, बिहारश्‍रीफ, बॉंका, भागलपुर, औरंगाबाद आदि जगहों पर पहुँचने के लिये अपेक्षाकृत कम दूरी तय करना पडेगा तथा समय की बचत होगी।

एन०एच०-103 नवादा एवं झारखण्‍ड के खनिज तत्‍वों वाले क्षेत्रों में वाहनों के आवागमन में सुविधा होगी। ककोलत जल प्रपात पर्यटन स्‍थल जाने में भी सुविधा होगी। इसके अतिरिक्‍त यह राज्‍य उच्‍च पथ देवघर एवं गया जाने के लिए वैकल्पिक मार्ग का काम करेगा।

बेतिया से नरकटियागंज राज्‍य उच्‍च पथ संख्‍या -105  के बन जाने से बेतिया से नरकटियागंज आने जाने हेतु वैकल्पिक मार्ग का काम करेगा तथा चनपटिया से नरकटियागंज आने-जाने हेतु कम दूरी तय करना पडेगा।

परियोजना की विस्तृत जानकारी देते हुये प्रबंध निदेशक पंकज कुमार ने बताया कि बिहार की सड़कों के विकास के लिए मुख्यमंत्री के संकल्प, जो बिहार के किसी भी हिस्से से पाँच घंटा में पटना पहुँचने का है, को साकार करने में इन पथों का निर्माण एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

उन्‍होने बताया कि मार्ग आरेखण में पेडों का पुर्नस्‍थापन किया जायेगा, जिससे पर्यावरण की रक्षा हो सके तथा सभी मार्गों पर वृक्षारोपण वृहत पैमाने पर किया जायेगा। आरेखण में आ रहे घरों को पुनर्वासन किया जायेगा तथा उन्‍हें रहने के लिए वैकल्पिक स्‍थान दिया जाएगा।

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