NEWSPR डेस्क। नवादा : यशपाल मीणा जिला पदाधिकारी नवादा के अध्यक्षता में आज कार्यालय प्रकोष्ठ में जिला स्तरीय उर्वरक निगरानी समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई. इस बैठक में रब्बी मौसम के पूर्व प्रखंड में विभिन्न फसलों से आच्छादित क्षेत्रफल एवं गत वर्षों में उर्वरकों की प्रखंड में खपत के अनुसार उर्वरकों की आवश्यकता का आकलन किया गया.
जिला स्तर से प्राप्त उर्वरकों के प्रखंड के विभिन्न खुदरा उर्वरक विक्रेता या पैक्स के माध्यम से किसानों के बीच उर्वरक वितरण पर निगरानी की समीक्षा हुई. उर्वरकों की बिक्री मूल्य वितरण एवं गुणवत्ता पर सतत निगरानी करने के लिए जिलाधिकारी में समिति के सदस्यों को कई आवश्यक निर्देश दिए .
उन्होंने जिला कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया कि जिले में डीएपी की वैकल्पिक व्यवस्था की जानकारी किसानों को देना सुनिश्चित करें . खरीफ मौसम 2020_ 21 में उर्वरक की आवश्यकता और वितरण का डाटा इस प्रकार है :_
यूरिया जिले में 15000 मेट्रिक टन की आवश्यकता है जिसमें अभी तक 10793 मे टन प्राप्त हुआ है ।डीएपी 3000 एमटी ,प्राप्त 2021 एमटी, एन पी के 3000 एमटी अब तक प्राप्त 509एम टी, एम ओ पी 1000एमटी प्राप्त 225एम टी हुआ है.
जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि एक-दो दिन में जिला को 4 सौ मैट्रिक टन डीएपी जिला को प्राप्त होने वाला है. इसलिए किसान डीएपी के लिए पैनिक नहीं हो. जिला प्रशासन डीएपी उपलब्ध कराने के लिए कृत संकल्पित है. उन्होंने कहा कि डीएपी के जगह पर किसान एनपीके, एपीएस ,सिंगल सुपर फास्फेट और पीएसपबी का भी प्रयोग कर सकते हैं ,जो डीएपी से बेहतर होगा. बैठक में वैभव चौधरी उप विकास आयुक्त , उमेश कुमार भारती अनुमंडल अधिकारी नवादा सदर ,सत्येंद्र डीपीआरओ ,गुंजन कुमार सहायक निदेशक कृषि अभियंत्रण, मोहम्मद शाहनवाज जिला सहकारिता पदाधिकारी साथ-साथ कई अधिकारी उपस्थित थे.
नवादा से दिनेश कुमार की रिपोर्ट