NEWSPR डेस्क। फारबिसगंज समेत अररिया जिला के किसान खाद और उर्वरक की किल्लत और कालाबाजारी से त्रस्त हैं। वहीं खाद माफिया और कारोबारी अवैध रूप से गोदाम में स्टॉक कर कृत्रिम रूप से खाद और उर्वरक की किल्लत कर कालाबाजारी कर रहे हैं जिसका खुलासा हुआ। लगातार मिल रही शिकायत के बाद कृषि विभाग के फारबिसगंज के सिरसिया में बने एक गोदाम में छापेमारी कर अवैध रूप से रखे हजारों बोरे खाद और उर्वरक की बरामदगी के बाद गोदाम में अवैध रूप से स्टॉक कर रखे गये खाद और उर्वरक के बोरे मिलने के बाद गोदाम को सील कर दिया गया है। डीएपी और यूरिया खाद के किल्लत और कालाबाजरी की सूचना पर गुरुवार देर शाम कृषि विभाग के अधिकारियों ने एक खाद दुकानदार के गोदाम में छापेमारी की। छापेमारी में बड़ी संख्या में खाद जब्त किया गया।
जिला कृषि पदाधिकारी के निर्देश पर देर शाम अनुमंडल कृषि पदाधिकारी राजकुमार एवं कृषि समन्वयक मनीष कुमार, मृत्युंजय कुमार सिंह ने फारबिसगंज के एक उर्वरक विक्रेता के दुकान पर छापेमारी की। इस मामले को लेकर गोदाम को सील करते हुए आगे की कार्रवाई करने की बात कृषि विभाग के अधिकारियों ने कही। वहीं इस मामले को लेकर फारबिसगंज थाना में प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई जारी है। वहीं खाद के लिए सुबह से लाइन लगे किसानों को खाद नहीं उपलब्ध होने के बाद बड़ी संख्या में किसान अनुमंडल पदाधिकारी के आवास पर पहुंचकर गुहार लगाया और बताया कि दुकानदारों के द्वारा किस प्रकार से खाद की किल्लत और कालाबाजारी की जा रही है। मकई सहित गेहूं बोने का समय है,लेकिन किसानों को खासकर डीएपी,यूरिया और बीज नहीं मिल रहा है।जमकर खाद के किल्लत के कारण खाद की कालाबाजारी हो रही है।राज्य सरकार की ओर से डीएपी आदि का मूल्य निर्धारण के बावजूद किसान डेढ़ से सो गुने कीमत खाद की खरीददारी कर किसी तरह किसानी कार्य मे जुटे हुए हैं।
अररिया से रवि राज की रिपोर्ट…