NEWSPR डेस्क। मुंगेर के नवनिर्वाचित मुखिया हत्या मामले में चार नक्सली को गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा कि पंचायत चुनाव नहीं लड़ने की हिदायत के बावजूद चुनाव लड़ने की वजह से नक्सलियों ने इस हत्या को जाम दिया। मृतक मुखिया के परिजनों द्वारा कोई एफआईआर दर्ज नहीं करायी गयी थी। पुलिस ने दुर्दांत नक्सली प्रवेश सहित दो दर्जन नक्सलियों के विरुद्ध मामला लड़ैयाटांड थाने में दर्ज किया है। इस बात की जानकारी डीएसपी ने दी है।
दरअसल 23 दिसंबर की पात अतिसंवेदनशील नक्सल प्रभावित लड़ैयाटांड थाना क्षेत्र के अजिमगंज पंचायत के नवनिर्वाचित मुखिया परमानंद टुड्डू की नक्सलियों ने गला काटकर हत्या कर दी थी। इस मामले का खुलासा करते हुए सदर डीएसपी नंदजी प्रसाद ने बताया कि घटना के बाद से एफटीएफ और जिला पुलिस की टीम लगातार इस घटना के उद्भेदन में लगी हुई थी। आज लड़ैयाटांड और धरहरा थाना क्षेत्र के अलग अलग इलाकों में छापेमारी के दौरान चार नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने बताया कि पूछताछ में गिरफ्तार लोगों ने इस हत्याकांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है और उसने बताया है कि परमानंद टुड्डू को चुनाव नहीं लड़ने की हिदायत दी गयी थी। इसके बावजूद वो मुखिया का चुनाव लड़ा। इसके लिए ही उसकी हत्या की गई। डीएसपी ने बताया कि गिरफ्तार नक्सलियों में कानन नैया,कौशल कोड़ा, छठु कोड़ा और अनिल कोड़ा शामिल है।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार नक्सली कानन कोड़ा का आपराधिक इतिहास रहा है और कई नक्सली वारदातों में इसकी संलिप्तता रही है। उन्होंने बताया कि इस घटना में दुर्दांत नक्सली प्रवेश दा, अर्जुन कोड़ा ,सुरेश कोड़ा सहित दो दर्जन नक्सलियों पर मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि टीम द्वारा लगातार गिरफ्तारी के लिए लगातार ऑपेरशन चलाया जा रहा है। बता दें कि बिहार में हो रहे पंचायत चुनाव के छठे चरण में धरहरा प्रखंड में 6 नवंबर को मतदान हुआ था और 13 नवंबर को मतगणना हुई थी। जिसमें अजीमगंज पंचायत से परमानंद टुड्डू ने जीत दर्ज की थी।
मुंगेर से मो. इम्तियाज की रिपोर्ट