पटना: गोपालगंज के सत्तर घाट स्थित पुल के 29 दिनों में ही भरभराकर ध्वस्त होने पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार को आड़े हाथ लिया है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की अगुवाई में 15 साल में 55 घोटालों को अंजाम दिया गया। जिसमें एक में भी दोषियों को पकड़ा नहीं गया है।
नीतीश कुमार पथ निर्माण मंत्री से तुरंत इस पुल निर्माण घोटाले के आलोक में इस्तीफा लें और ज़रूरी कार्रवाई करें। उनमें हिम्मत नहीं कि वो पथ निर्माण मंत्री पर दण्डात्मक कार्रवाई करें क्योंकि नन्द किशोर जी भाजपा के कोटे से मंत्री हैं। साइकिल से रेंज रोवर तक का सफर तय करने वाले पथ निर्माण मंत्री ने अरबों की अकूत सम्पत्ति जमा कर ली है। जिससे उनका सारा ध्यान उसे सहेजने में ही जाता है। नीतीश कुमार संगठित और सुनियोजित भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह हैं। पथ निर्माण विभाग में बिना पैसों के लेनदेन के ट्रांसफर पोस्टिंग नहीं होता है जो अपने आप में एक अलग घोटाला है। इससे पहले कहलगांव, भागलपुर में भी 1000 करोड़ की लागत से निर्मित एक बांध मुख्यमंत्री द्वारा उद्घाटन किए जाने के चंद घंटो पहले ही टूट गया था।
मुख्यमंत्री को जनता के सामने स्पष्टीकरण देना चाहिए कि क्यों गोपालगंज में पुल निर्माण में घोटाला हुआ? क्यों उनके कार्यकाल के 15 साल में 55 घोटाले क्यों हुए? जनता की आंखों में धूल झोंकने के लिए जांच की बात की जाती है पर आपसी मिलीभगत से जांच को लटका दिया जाता है।नीतीश जी के शासन में विकास की नहीं, विनाश और भ्रष्टाचार की गंगा बह रही है।