NEWSPR डेस्क। औरंगाबाद बारुण थाना क्षेत्र के मोहनगंज निवासी संजय चौधरी जो थाना से महज कुछ ही दूरी पर स्थित सोन नदी के किनारे नीतीश कुमार के शराबबंदी का पोल खोल रहे हैं और बेखौफ होकर शराब की बिक्री कर रहा।
बेतिया, गोपालगंज और समस्तीपुर में जहरीली शराब से हुई 40 लोगों की मौत के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के सभी जिलाधिकारियों, एसपी के साथ बैठक कर सख्त हिदायत दे रखा था और थानाध्यक्ष से लेकर पुलिस पदाधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई का आदेश जारी किया था। इसको लेकर समाज सुधार यात्रा तक निकाली गई थी और अरबों रुपये सरकारी खजाने के खर्च किये गए लेकिन बावजूद इसके शराब की अवैध बिक्री, वितरण एवं परिवहन पर रोक नही लगी।समाज सुधार अभियान के बाद भी नवादा में 5 लोगों की मौत हो गई।
बारुण से महज कुछ ही दूरी पर शराब खुलेआम बिक रहे हैं तो इसकी भनक थानाध्यक्ष को क्यों नहीं लगी। सबसे बड़ा सवाल यह है कि यदि इस शराब को पीकर लोगों की मौत होती है तो इसकी जिम्मेवारी कौन लेगा। महज कुछ खानापूर्ति होगी और फाइल बन्द हो जाएंगे लेकिन जिस घर मे मौत हुई वह इसकी त्रासदी से उबर नही पाएंगे।
औरंगाबाद से रूपेश की रिपोर्ट