NEWSPR डेस्क। महान शिक्षाविद और स्वत्रंता सेनानी स्वामी रामानन्द तीर्थ जी का आज पुण्यतिथि है। इस मौके पर जेडीयू ट्रेडर्स प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष सह प्रवक्ता संजीव श्रीवास्तव ने उनको भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की है।
स्वामी रामानन्द तीर्थ भारत के शिक्षाविद और सामाजिक कार्यकर्ता थे। इनका जन्म 3 अक्टूबर 1903 को हुआ था। उन्होंने हैदराबाद मुक्ति संग्राम का नेतृत्व किया था। वे हैदराबाद प्रदेश कांग्रेस के प्रमुख नेता थे। सन्यास लेने से पहले, उनके परिवार का नाम व्यंकटेश भगवाननराव खेड़गीकर था। सन्यास या त्याग की प्रतिज्ञा लेने के बावजूद स्वामी रामानन्द अपने पैतृक पक्ष में खेड़गीकर परिवार के सदस्यों के साथ काम करते रहे। उनके छोटे भाई एक प्रसिद्ध शिक्षक थे। जो स्वामीजी के सुझाव पर अंबजोगाई, महाराष्ट्र शहर में बस गए और स्वामी रामानन्द के साथ श्री योगेश्वरी शिक्षण संस्थान में मदद की। स्वामी रामानंद तीर्थ ने हैदराबाद राज्य कांग्रेस के बाद उस्मान अली खान, आसफ जाह सातवीं , हैदराबाद के निजाम का मुकाबला किया। 1938 में स्थापित किया गया था। उन्होंने सत्याग्रह में भाग लिया। उस्मान अली खान द्वारा 111 दिनों तक इन्हें जेल में रखा गया था। स्वामी रामानंद तीर्थ को 1948 में हैदराबाद राज्य को भारतीय संघ के साथ एकीकृत करने के लिए एक क्रांतिकारी आंदोलन बनाने का श्रेय दिया जाता है। स्वामी रामानंद तीर्थ को संगीत कार्यक्रम में लोगों की सेना की निर्णायक जीत के लिए हैदराबाद पुलिस कार्रवाई का श्रेय दिया जाता है। स्वामी रामानन्द जी की मृत्यु 22 जनवरी 1972 में हुई।