NEWSPR डेस्क। बसंत पंचमी का पर्व धूमधाम से मनाया गया। पूजा अर्चना के साथ पर्व का शुभारंभ हुआ। शहर के शिक्षण संस्थानों, विद्यालयों, कालेजों, मोहल्ले व घरों में शनिवार को विद्या की देवी मां वीणावादिनी का पूजा वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ धूमधाम व उल्लास के साथ मनाया गया। इस मौके पर छात्र-छात्राएं उपस्थित होकर मां सरस्वती की पूजा पूरे भक्तिभाव से किया।
पूजा के उपरांत अपने दोस्तों को अबीर गुलाल लगा कर गले मिल एक दूसरे को बधाई दी। वैदिक मंत्रों के उच्चारण से पूरा माहौल भक्तिमय हो रहा था। हर कोई इस पूजा को लेकर काफी उत्साहित दिखे। माघ शुक्ल पक्ष की पंचमी को मनाई जाने वाली वसंत पंचमी वसंत ऋतु के आगमन का सूचक है। इस दिन को विद्या की देवी मां सरस्वती के आविर्भाव दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।
पुराने समय में वसंत पंचमी पर बच्चों को पहली बार अक्षर बोध कराने का विधान था। कला, संगीत और लेखन से जुड़े लोगों के लिए भी पर्व का विशेष महत्व माना जाता है। वसंत पंचमी पर पीले वस्त्र धारण करने का भी चलन है। यह दिन यज्ञोपवीत, शादी, कर्णभेद, अन्नप्राशन आदि शुभ कार्यों के लिए विशेष माना गया है।
ऋषिकेश संवाददाता नालन्दा