बिना जांच के ट्रैक पर ट्रेन दौड़ाती रेलवे, समस्तीपुर रेल डिवीजन की भारी लापरवाही, बीकानेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस हादसा जांच रिपोर्ट में बड़ा खुलासा

Patna Desk

NEWSPR डेस्क। जनवरी में पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में बीकानेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस की कई बोगी पटरी से उतर गई थी। जिससे बड़ा ट्रेन हादसा हो गया था। इस हादसे में कुल 9 लोगों की मौत हो गई थी और कई संख्या में लोग घायल हुए थे। इस हादसे को लेकर जांच में बहुत बड़ा खुलासा हुआ है। जिसमें रेलवे की बड़ी लापरवाही सामने आई है।

बता दें कि इस हादसे की जांच कर रहे कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी ने 10 फरवरी को पूर्वोंत्तर सीमांत रेलवे मालीगांव गुवाहाटी के GM को पत्र लिखकर कई जानकारी दी है। रिपोर्ट में उन्होंने कहा कि बीकानेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस हादसे का शिकार होने से पहले लगभग 18 हजार किलोमीटर का सफर ठीक तरह से जांच हुए बिना ही पूरा कर चुकी थी। जबकि रेलवे की जिम्मेदारी होती है कि वह हर 4500 किमी पर ट्रेन के इंजन की जांच करे। इसके अलावा रिपोर्ट में कहा गया कि समस्तीपुर रेल डिवीजन में इलेक्ट्रिक इंजन की मेंटेनेंस की सुविधा ही नहीं है, लेकिन फर्जी तरीके से मेंटेनेंस का सर्टिफिकेट जारी किया जाता था। CRS लतीफ खान ने अपनी रिपोर्ट में घोस्ट (भूत) शब्द का इस्तेमाल किया है। यानी जहां पर इलेक्ट्रिक इंजन के जांच की व्यवस्था नहीं है। वहां पर क्या भूत यह काम करता है। यह भी छानबीन का विषय है।

सीआरएस ने कहा है कि रेलवे को इस मामले की जांच करनी चाहिए कि जहां जांच की व्यवस्था ही नहीं है, वहां से सर्टिफिकेट कैसे जारी होता था जांच में पता चला है कि इंजन का समय पर मेंटेनेंस ही नहीं हुआ था। इस इंजन को 4500 KM चलने के बाद पीरियोडिकल एग्जामिनेशन के लिए भेजा जाना था, लेकिन इंजन बिना जांच 18 हजार KM तक चलाया गया। जिससे ट्रेन की हालत ही खराब हो गई थी। इंजन घिस चुका था।

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