NEWSPR डेस्क। पटना के आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवर्सिटी में इंजीनियरिंग के छात्रों ने फिर जमकर हंगामा किया है। छात्र आंदोलित हो गए और एक बड़े हुजूम में पूरे कॉलेज कैंपस को घेर लिया। इनकी क बार से यही मांग है कि जो कॉलेज प्रबंधन ने वादा किया वो निभाए। जैसे अन्य राज्यों में एक सेमेस्टर को प्रमोट कर दिया गया है इसी तरह से हमारी जो पढ़ाई बाधित हुई उसके एवज में हमारा भी जो सेशन है उसे अपडेट किया जाए और एक सेमेस्टर प्रमोट कर दिया जाए। फिर आप जैसे भी हमें मार्गदर्शन देंगे हम उस मार्गदर्शन पर ही अपनी पढ़ाई शुरू करेंगे।
बता दें कि आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवर्सिटी मीठापुर कुछ दिनों से छात्रों के आंदोलन का गवाह बन रहा है। छात्र 2020-2024 सेशन के हैं। कोरोना की वजह से इनकी पढ़ाई बाधित हुई और परीक्षाएं स्थगित रही। हर छह माह पर एक सेमेस्टर का एग्जाम होना था लेकिन सिर्फ एक सेमेस्टर का एग्जाम ही अभी तक यह छात्र दे पाए हैं। कुछ दिन पहले भी इस तरह के आंदोलन शुरू किए गए थे। छात्रों ने आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवर्सिटी के गेट पर हंगामा किया। उसके बाद यहां के रजिस्ट्रार महोदय के द्वारा इन्हें आश्वासित किया गया कि ठीक है हम एक सेमेस्टर को प्रमोट कर देंगे। जिसके बाद छात्र जो थे वह शांत हो गए और उनकी वापसी हो गई। लेकिन मांग पूरी नहीं होने पर छात्र एक बार फिर से आंदोलित हो गए और जमकर हंगामा किया।
वहीं वाइस चांसलर का साफ तौर पर यह कहना कि किसी तकनीकी पढ़ाई के लिए तकनीकी अध्ययन और अध्यापन के लिए एक मार्गदर्शक संस्था के रूप में कार्य करता है उसका यह आदेश है कि अब किसी भी परिस्थिति में किसी भी छात्र को प्रमोट नहीं किया जाएगा क्योंकि कोरोना का थर्ड फेस भी खत्म हो चुका है। कुलपति महोदय एक उदाहरण देते हुए कहा कि जब छोटे बच्चे बिहार में मैट्रिक का एग्जाम परीक्षा भवन में जाकर दे सकते हैं तो यह तो बच्चे बड़े और यह समझदार भी हैं। इन्हें कायदे से अध्ययन करके परीक्षा देनी चाहिए और परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने चाहिए। ताकि किसी भी संस्था में जाएं तो आर्यभट्ट कॉलेज का नाम रोशन कर सकें। लेकिन यह छात्र उग्र आंदोलन को कम नहीं कर रहे हैं। किसी भी तरह से यह मानने को तैयार नहीं है कि हम बिना प्रमोट के यहां से वापस जाएंगे। इनको बस प्रमोशन चाहिए और यह अपने प्रमोशन वाले जिद्द पर बैठे हैं। छात्र कॉलेज प्रशासन मुर्दाबाद के नारे भी लग रहे हैं। छात्रों द्वारा गाड़ियों को भी रोका जा रहा है। उसे आगे बढ़ने नहीं दिया गया है। उसे बाहर नहीं जाने दिया जा रहा है। छात्र लगातार प्रदर्शन करते जा रहे हैं अब देखना यह होगा कि जहां कॉलेज के प्रशासनिक अधिकारी हैं और कुलपति महोदय इस तरह से छात्रों के आंदोलन को रोक पाते हैं।
पटना से रूपम की रिपोर्ट