NEWSPR डेस्क। रूस और यूक्रेन में जहां जंग से स्थिति और भयावह होती जा रही है। वहीं इसका असर बिहार पर भी देखने को मिल रहा है। बिहार के कई छात्र इस जंग की वजह से फंसे हुए है। गोपालगंज के मीरगंज के रहने वाले 4 मेडिकल के छात्र भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं। उनके परिजन अपने लाडलों के घर वापसी को लेकर सरकार से जहां गुहार लगा रहे हैं। वहीं युद्ध के बीच अपने लाडलो की चिंता में परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
दरअसल मीरगंज के नरयीनिया मुहल्ला के नरेंद्र मिश्रा के पुत्र नवनीत कौशिक सहित कुल 4 बच्चे यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं। ये सभी छात्र रूस यूक्रेन के बीच युद्ध के बाद से ही वतन वापस लौटना चाहते हैं। लेकिन भारत सहित कई देशों की फ्लाइट कैंसिल होने के बाद से ही परिजनों की धड़कनें बढ़ गई हैं। परिजन किसी अनहोनी की आशंका को लेकर चिंता में डूबे हुए हैं। परिजन रो-रो कर सरकार से वतन वापसी की गुहार लगा रहे हैं।
बता दें कि नवनीत कौशिक के अलावा मीरगंज के संजय कुमार मिश्र का पुत्र उत्कर्ष कुमार और मीरगंज के ही सवरेजी गांव के लाल बहादुर सिंह यादव का पुत्र अमित कुमार भी यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रहा है। अमित और उत्कर्ष मेडिकल के पार्ट वन की पढ़ाई कर रहे हैं। जबकि नवनीत कौशिक मेडिकल के तीसरी वर्ष का छात्र है। ये सभी छात्र अपने वतन वापस लौट रहे थे। लेकिन भारत की फ्लाइट कैंसिल होने की वजह से ये सभी घर वापस नहीं लौट सके। जिसके बाद परिजन सरकार से वतन वापसी की गुहार लगा रहे हैं। छात्रों के परिजनों का बुरा हाल है। अनहोनी की आशंका के बीच मीरगंज के छात्रों के परिजनों के घर पर दहशत का माहौल बना हुआ है।
गोपालगंज से मंजेश की रिपोर्ट