NEWSPR डेस्क। सफर के दौरान हम अक्सर सूखा और टेस्टी नाश्ता ले जाना पसंद करते है। लंबे सफर में अक्सर हमारा नाश्ता खत्म हो जाता है और हमें बाहर से खरीदकर काम चलाना पड़ता है। मगर हम सभी को पता है कि बाहर में हम घर के खाने को ज्यादा मिस करते है। सफर में नाश्ता अगर घर का हो तो अच्छा लगता है। तो सफर को ध्यान में रखते हुए आज आपके लिए यूनिक और स्वादिष्ट नाश्ते की रेसिपी लेकर आई हूं। ये एक ऐसा नाश्ता जिसे आप लगभग पांच दिनों तक आराम से खा सकते हैं।
इस नाश्ते का नाम है मुरोरी। ये एक ऐसा नाश्ता है जिसको खाकर आप जरूर कहेंगे की पहले क्यों नहीं खाया। ये 5 दिन तक चलने वाला अनोखा नाश्ता है। मुरोरी चावल के आटे और मूली की कचौड़ी होती है। इसको बहुत ही अलग तरह से बनाया जाता है। इस कचौड़ी की सबसे खास बात ये है कि ये तीन से चार दिन तक चल जाती है। किसी भी सफर के लिए ये बहुत ही बेस्ट रेसिपी है।
मुरोरी बनाने के लिए सामग्री
- मूली = आधा किलो, कद्दूकस कर लें
- अजवाइन = एक छोटा टीस्पून
- कलोंजी = आधा टीस्पून
- हरी मिर्च = दो अदद, बारीक़ कटी हुई
- अदरक = एक इंच का टुकड़ा कद्दूकस कर लें
- चावल का आटा = 300 ग्राम
- हरा धनिया = दो चम्मच
कचौड़ी बनाने की विधि-
सबसे पहले कढ़ाई में आधा कप पानी डालकर इसमें मूली को उबाल लें। जिससे मूली अच्छे से पक जाए गैस को मीडियम कर दें। इसमें आधा छोटा चम्मच नमक डाल कर मिक्स कर दें क्योकि मूली पानी छोड़ती है इसलिए इसको उबालने में ज़्यादा पानी ना डालें।
कढ़ाई को ढक्कन से ढक दें और इसको पांच मिनट तक उबलने दें। तय समय बाद ढक्कन खोलकर देखे मूली उबल गई है। अब अजवाइन, कलोंजी डाल दें ये दोनों चीज़े बहुत ज़रूरी है क्योंकि इनसे कचौड़ी में बहुत अच्छा फलेवर आता है।
हरी मिर्च और अदरक भी डाल दें। अब चावल के आटे को धीरे-धीरे उबली हुई मूली में डालें आटा सारा एक साथ ना डाले। धीमा आंच करके थोड़ा-थोड़ा करके आटा मूली में डालते जाए और मिक्स करते जाए। क्योंकि हमे इसका एक गाढ़ा और मोटा डो बनाकर तैयार करना है कचौड़ी बनाने के लिए।
तो इस तरह से सारा आटा मूली में मिलाकर मिक्स कर लें अब इस में हरा धनिया डाल कर मिक्स कर लें और गैस को बंद कर दें।
अब इस मिक्सचर को एक बड़े बर्तन में निकाल लें और इसे थोड़ सा ठंडा होने दें। अपने हाथों पर तेल लगा लें। जब ये थोड़ा सा ठंडा हो जाए तो इसको एकसार करके इसका डो तैयार कर लें। जल्दी से हल्के गर्म में ही डो को सेट करें।
इस आटे को ज़्यादा देर तक रखना नहीं है क्योकि इसमें मूली है जो रखने से पानी छोड़ देती है इसीलिए इसकी तुरंत ही कचौड़ियां बेल लें।
कढ़ाई में तेल डालकर गर्म होने के लिए रख दें। चकले और बेलन पर तेल लगाकर चिकना कर लें। अब आटे से एक बड़ी लोई तोड़ लें और इसको हल्के हाथ से बड़ी रोटी की तरह बेल लें। अगर आपकी रोटी चिपकने लगे तो चकले पर थोड़ा सा तेल और लगा लें।
इसको ज़्यादा पतला नहीं बेलना है जब हमारी रोटी बेल जाए तो एक गिलास या कटोरी कुछ भी ले अब गिलास को कटोरी पर रख कर प्रेस करके इसकी कचौड़ी काट लें। और जो साइड से आटा बचे उसको आटे में मिला दें।
अब हमारी गोल कचौड़ी तैयार है अगर आप चाहे तो तेल लगाकर एक-एक कचौड़ी भी बेल सकते हैं। ये थोड़ा आसान तरीका है। इसी तरह से बाकी की सभी कचौड़ियां भी बेल कर तैयार कर लें। इनको बनाना बहुत ही आसान होता है और खाने में ये बहुत ही टेस्टी और क्रिस्पी होती है। बच्चों से लेकर बड़ो तक कोई भी इसे आसानी से खा सकता है ये बिल्कुल भी हार्ड नहीं होती है।
इतनी देर में तेल भी अच्छे से गर्म हो गया है अब एक-एक करके कचौड़ियां तेल में डाल दें। गैस को मीडियम कर दें एक बार में जितनी कचौड़ियां कढ़ाई में आए उतनी ही डालें।
ये कचौड़ियां बहुत ज़्यादा नहीं फूलती अब इसको धीरे-धीरे पलट दें। सुनहरा भूरा होने तक इसको तल लें इसको फ्राई होने में 5 से 6 मिनट का समय लगता है। इनको निकाल कर प्लेट में रख लें।
ये खाने में क्रिस्पी और अन्दर से सॉफ्ट होती है। चावल मूली की गरमा गर्म करारी कचौड़ियां बनकर तैयार है। आप इसे एक बार ज़रूर ट्राई करें इस कचौड़ी को आप दही, रायते, कोई भी सब्ज़ी या चटनी के साथ खाएं। या सफर पर ले जाए इसका क्रिस्पी पन तीन से चार दिन तक भी खत्म नहीं होता।