NEWSPR डेस्क। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध की शुरुआत के बाद यूक्रेन में फंसे भारतीय बच्चों को ऑपरेशन गंगा के तहत एयर लिफ्ट कर वतन वापस लाने की मुहिम लगातार जारी है। केंद्र सरकार और बिहार सरकार के इस पहल को लोगों के द्वारा काफी सराहा भी जा रहा है। इसी क्रम में मुंगेर के खड़गपुर निवासी अरविंद केशरी की बेटी स्नेहा केशरी आज अपने आज अपने घर सकुशल पहुंच गई। स्नेहा यूक्रेन में रह मेडिकल की पढ़ाई कर रही थी। स्नेहा ने यूक्रेन की स्थिति और वहां फंसे छात्रों के आंखों देखी हाल को बताया। साथ ही सरकार का धन्यवाद किया की इस विषम परिस्थिति में सरकार अपने नागरिकों के साथ है ।
बता दें कि इससे पहले तारापुर विधायक की बेटी रीमा भी वतन वापस आ गई है। स्नेहा पिछले चार साल से यूक्रेन में रह कर एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही थी। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध मे वो फंस गई थी । स्नेहा के खड़गपुर पहुंचते ही जहां लोगों ने उसका गर्म जोशी के साथ स्वागत किया तो परिजनों को देखते ही स्नेहा के आंख छलक गए। इतना ही नहीं मुंगेर डीएम के नेतृत्व में जिला प्रशासन की टीम खड़गपुर पहुंच स्नेहा का हालचाल लिया और यूक्रेन में फंसे भारतीय बच्चों के विषय में जानकारी प्राप्त की। यूक्रेन से लौटी छात्रा स्नेहा ने बताया की यूक्रेन की स्थिति काफी गंभीर है। हर कहीं युद्ध के विभीषिका की निशानी है। वे और उसके दोस्त अपने मुश्किल से कॉलेज से निकल बस के माध्यम से रोमानिया बॉर्डर पहुंचे। जहां सरकार के पहल से हमे वापस वतन लाया गया। जिसके लिए हम सरकार के काफी शुक्रगुजार है। पर अभी भी कई भारतीय जो यूक्रेन में फंसे है जब तक उनकी वापसी नहीं हो जाती हम सब उतने खुश नहीं है। साथ ही सरकार के द्वारा यूक्रेन से आते बॉर्डर जिसमे रोमानिया और अन्य देश शामिल है, छात्रों को बॉर्डर पार करवाने में मदद करें उन बॉर्डर पर छात्रों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । वहीं अपनी बेटी-बहन को सकुशल देख पिता अरविंद केशरी और भाई अमर केशरी ने कहा की सरकार का ही प्रयास है जो आज उनकी बेटी युद्ध के मैदान से सकुशल वापस लौट गई । पर अब भी कई छात्र जो यूक्रेन में फंसे हैं उसे वापस लाने के अभियान को और तेज करना चाहिए। ताकि सभी छात्र अपने परिवार के पास सकुशल पहुंच सके ।
मुंगेर से मो. इम्तियाज की रिपोर्ट