NEWSPR डेस्क। मुंगेर से मिर्जाचौकी के बीच फोर लेन सड़क निर्माण किया जाना है। जिसके लिए सरकार व जिला प्रशासन की ओर से सारी तैयारियां पूरी करली गई है। बस अब सरकार की ओर किसानों की जमीन का अधिग्रहण कर काम को शुरू किया जाना है। कार्य के लिए एरिया भी चिह्नित कर ली गई पर दूसरी ओर किसान अपनी जमीन का उचित मुआवजा कि मांग को लेकर जिला प्रशासन ओर सरकार से दो दो हाँथ करने के मूड में नजर आ रहे हैं।
जिसको लेकर पांच मौजों के किसान बीते 6 महीने से उचित मुआवजा की मांग को लेकर प्रत्येक रविवार को तेलिया तालाब के पास धरना पर बैठ रहे पर जिला प्रशासन के कानों पर जूं तक नही रेंग रहा है। इस मामले में धरना पर बैठे किसानों की मानें तो मुंगेर से मिर्जाचौकी के बीच फोरलेन सड़क निर्माण में पांच मौजों में जानकी नगर, चंदनपुरा, मुस्तफाचक, मिलकीचक और नौआगढ़ी है। जिसमें लगभग दो से ढाई सौ रैयतों की लगभग चार किलोमीटर तक एक सौ एकड़ जमीन मुंगेर से मिर्जाचौकी के बीच फोर लेन सड़क निर्माण में जा रही है और जिसका मुआवजा सरकार खेतिहर जमीन के बराबर दी जा रही है जो सरासर नाइंसाफी है।
किसानों का कहना है कि सरकार हमारे साथ ड्यूल पॉलिसी अपना रही है। जब जमीन खरीदा तो NH किनारे के जमीन का राजस्व रजिस्ट्री ऑफिस में लिया गया और आज सरकार को देने कि बारी आई तो वो खेतिहर जमीन के मूल्य का मुआवजा दे रही है। जबकि सरकार के MVR में जमीन का मूल्य ज्यादा है और MVR के मूल्य के बराबर हमारी जमीन का मुआवजा चाहिए और जबतक हरि मांग नामानि जाएगी तबतक हमारा आंदोलन चलता रहेगा।
मुंगेर से मो. इम्तियाज की रिपोर्ट