नई दिल्लीः ब्रिटेन के ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा तैयार की जा रही कोरोना वैक्सीन भारत में नबंवर माह में बाजार में बिकनी शुरु हो जाएगी। . इस दिशा में
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंडिया ने अभी से वैक्सीन बनाने का काम शुरू कर दिया है. सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया का मानें तो भारत में इस वैक्सीन को खरीदने के लिए लोगों को एक हजार रुपए चुकाने होंगे।
कोरोना वैक्सीन पर काम कर रही कंपनी ने संकेत दिये हैं कि इस साल दिसंबर तक कोविड -19 टीके के करीब 300 से 400 मिलियन खुराक तैयार कर लिये जाएंगे।
लग सकता है दो साल का समय
इस सप्ताह द लांसेट मेडिकल जर्नल में प्रकाशित परीक्षण परिणामों में कहा गया है कि वैक्सीन के पहले चरण में परीक्षणों में अच्छी प्रतिक्रिया मिली थी. यह किसी भी गंभीर साइड इफेक्ट का संकेत नहीं दे रहा है और एंटीबॉडी बना रहा है सीरम इंस्टीट्यूट, जो दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीन निर्माता है, ने कहा कि भारत में सभी लोगों को टीका लगाने में दो साल तक लग सकते हैं।
उन्होंने कहा कि हम अगस्त में भारत में चरण 3 के परीक्षणों पर जाने के लिए आश्वस्त हैं और हम आशा करते हैं कि इसे पूरा होने में दो से ढाई महीने लगेंगे और वह नवंबर तक पूरा हो जाएगा। भारत के लोगों के लिए सीरम इंस्टीट्यूट में निर्मित कोविशिल्ड का आधा स्टॉक तैयार किया जाएगा। जिसका मतलब है कि प्रत्येक महीने लगभग 60 मिलियन शीशियों में से, भारत को 30 मिलियन मिलेंगे.