NEWSPR डेस्क। बिहार से नेपाल जाने के लिए अब ट्रेन सेवा शुरू हो गई है। 8 सालों के इंतजार के बाद भारत-नेपाल के बीच रेल सेवा का शुभारंभ हुआ। इसके साथ ही आज की तारीख दोनों देशों के इतिहास के पन्नों में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज हो गई। पीएम नरेंद्र मोदी और नेपाल के पीएम शेर बहादुर देउबा दिल्ली के हैदराबाद हाउस से हरी झंडी दिखाकर ट्रेन को रवाना किया। इससे पूर्व दोनों देशों के प्रधानमंत्री ने बैठक भी की। इस दौरान दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल के बीच भी बातचीत हुई। हालांकि, यात्रियों के लिए रेल सेवा कल यानी 3 अप्रैल से शुरू होगी।
800 करोड़ की लागत से हुआ निर्माण
भारत-नेपाल के बीच बनी इस रेलवे लाइन के निर्माण में करीब 800 करोड़ रुपए की लागत आई है। जहां जयनगर से बीजलपुरा और बर्दिबास तक 69.08 किलोमीटर परियोजना के अंर्तगत पहले चरण में करीब 34.9 किलोमीटर लंबी जयनगर से जनकपुरधाम-कुर्था रेलखंड पर ट्रेन का परिचालन शुरू हो रहा है। कुर्था से बिजलपुरा तक लगभग 18 किलोमीटर लंबे रेलखंड का भी कार्य पूरा हो चुका है। जबकि नेपाल सरकार बिजलपुरा से बर्दिबास तक 16 किलोमीटर की रेलवे लाइन जल्द ही करवा देगी।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनो देशों के बीच कनेक्टिविटी को बढ़ाने और विकास के अन्य प्रोजेक्ट को भी शीघ्र पूरा करने का भरोसा दिया। उन्होंने कहा कि PM देउबा और मैंने व्यापार और सभी प्रकार से सीमाओं को जोड़ने वाले पहल (cross-border connectivity initiatives) को प्राथमिकता देने पर भी सहमती जताई। जयनगर-कुर्था रेल लाइन की शुरुआत इसी का एक भाग है। दोनों देशों के लोगों के बीच सुगम, बाधारहित आदान-प्रदान के लिए ऐसी योजनायें बेहतरीन योगदान देंगी।
भारत के जयनगर तथा नेपाल के कुर्था, इनरवा, खजुरी, महिनाथपुर, बैदेही, परवाहा और जनकपुर के लोगों को सुविधा मिलेगी। भारत और नेपाल के बीच ट्रेन सेवा शुरू होने को लेकर दोनों देशों के नागरिकों में जबरदस्त उत्साह है। अब लोग 40 मिनट में ही जयनगर से जनकपुर पहुंच जाएंगे और तीन घंटे तक समय की बचत होगी। वहीं, व्यपारियों में व्यापार विस्तार होने को लेकर भी काफी हर्ष है। भारत से नेपाल जाने के लिए अब महज 12.50 रुपए लगेंगे। जयनगर से इनर्वा जाने का किराया 12.50 रुपए, खजुरी जाने के लिए 15.60 रुपए, महिनाथपुर जाने के लिए 21.87 रुपए, वैदेही जाने के लिए 28.125 रुपए, परवाहा जाने के लिए 34 रुपए और जनकपुर जाने के लिए 43.75 रुपए और कुर्था जाने के लिए 56.25 रुपए लगेंगे।
भारत और नेपाल के ही नागरिक कर सकेंगे यात्रा
वहीं इस ट्रेन को लेकर एक खास नियम बनाया गया है। बताया गया इस ट्रेन में भारत और नेपाल को छोड़ किसी अन्य देश के नागरिक सफर नहीं कर सकेंगे। ट्रेन अभी जयनगर से कुर्था के बीच चलेगी। हालांकि, आने वाले दिनों में इसे वर्दीवास तक बढ़ाया जाना है। साथ ही यात्रियों को दोनों देशों में जाने के लिए वीजा भी नहीं लगेगा। वे पहचान पत्र दिखाकर एक दूसरे देश की यात्रा कर सकते हैं।
2014 से बंद था परिचालन
बता दें कि 2014 से जयनगर-जनकपुर के बीच ट्रेनों का परिचालन बंद था। 2014 तक नेपाली नैरो गेज ट्रेन चली, लेकिन ट्रेनों का सफर काफी लंबा होने की वजह से कोयले की खपत ज्यादा होती थी। कोयले से चलने वाली ट्रेन काफी छोटी होती थी। इसकी वजह से लोग खिड़की और दरवाजों पर लटक कर सफर करते थे। ऐसे ही कई कारणों की वजह से ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिया गया था।