NEWSPR डेस्क। सरकार के 1 अप्रैल से लगभग 250 डीजल बस और 12000 ऑटो नहीं चलने के फैसले से ऑटो चालकों में काफी आक्रोश है। इस फैसले से नाराज चालक 6 और 7 अप्रैल को विरोध प्रदर्शन करेंगे और 8 अप्रैल को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ बड़े पैमाने में आंदोलन करेंगे। ऑटो चालकों ने एक मीटिंग रखकर इस बात की जानकारी दी।
ऑटो चालकों का कहना है कि सभी रामनवमी के दिन राम की पूजा करते हैं लेकिन हम लोग इस बार धूप और अगरबत्ती से रामनवमी के दिन रावण यानी कि नीतीश कुमार की पूजा करेंगे। सरकार ने मुआवजा देने की बात कही है। मगर कोई भी ऑटो चालक कोई संस्था से नहीं जुड़ी हुई है या उनके पास कुछ ऐसा नहीं है जिनसे वह मुआवजा ले सकें। सरकार से बस यही मांग है कि हमें भी सीएनजी ऑटो दें। जिससे हम लोग भी सरकार के पक्ष में खड़ा हो। हम सरकार के विपक्ष में नहीं है। मगर बिहार में भी कई ऐसी गाड़ियां चल रही है। चाहे वह बस की बात कर लें या VIP गाड़ियों की बात कर लें वह भी पुरानी है। पेट्रोल-डीजल से चल रही है क्या वह प्रदूषण नहीं फैलाता। जब-जब सरकार की कोई भी नई मुहिम आती है तो उसमें गरीब को ही दबाया और कुचला जाता हैं। 19 हजार से अधिक ऑटो चालक कहां जाए अपनी रोजी रोजगार कहां ढूंढे अब तो स्थिति ऐसी आ गई है कि घर में चूल्हे भी नहीं जल रहे हैं।