मुकेश कुमार।
पटना सिटी : राजधानी पटना में कोरोना से बढ़ते मामलों को लेकर स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है। कोरोना पर लगाम लगाने ख़ातिर राज्य सरकार भले ही लॉकडाउन की पगडंडी के सहारे चल रही है। लेकिन स्वास्थ्य व्यवस्था बद से बदतर हो गई है। ऐसा ही मामला पिछले दिनों पटना सिटी के मालसलामी इलाके के बाद अब चौक थाना क्षेत्र के हरमंदिर गली इलाके में देखने को मिला है जहां 50 वर्षीय मरीज कोरोना से संक्रमित पाए जाने पर होम आइसोलेशन में रहकर इलाज़ करा रहा था। बीते 22 जुलाई के अहले सुबह करीब 4 बजे उनकी मृत्यु हो गई। वही मरीज की मौत के बाद परिवार के अन्य सदस्य कोरोना संक्रमण के डर से घर से बाहर निकल गए।
जहाँ सुबह होते ही परिजन व स्थानीय लोगो ने सिटी अनुमंडलाधिकारी राजेश रौशन, स्थानीय चौक थाना व NMCH अस्पताल में सूचना दी गई पर आठ घंटे बीतने के बाद भी किसी ने भी लाश हटाने की सुध नही ली। जहां स्थानीय लोगों में कोरोना संक्रमण फैलने की डर से स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्था के खिलाफ काफ़ी आक्रोश है। अब इसी से अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि कोरोना के प्रति स्वास्थ्य विभाग कितना जागरूक है राजधानी पटना में शव को हटाने के लिए करीब 8 घंटे बीत गए पर अभी तक शव घर मे ही पड़ा हुआ है। अगर ये हाल पटना का है तो गांवो में स्वास्थ्य व्यवस्था भगवान भरोसे कहना कही से गलत नही होगा।