NEWSPR डेस्क। वरिष्ठ नेता सीताराम येचुरी लगातार तीसरी बार CPM के महासचिव चुने गए। वे पिछले करीब 7 साल से पार्टी में सबसे अहम पद पर बने हुए हैं। 69 वर्षिय सीताराम 2015 से ये जिम्मेदारी संभाल रहे है। सबसे पहले 9 अप्रैल 2015 को सीताराम येचुरी को विशाखापट्टनम में आयोजित 21वीं पार्टी कांग्रेस में पांचवें महासचिव के रूप में चुना गया। इसके बाद साल 2018 में हैदराबाद में आयोजित 22 वीं पार्टी कांग्रेस में CPI(M) के महासचिव के रूप में सीताराम येचुरी को फिर से चुना गया। अब वे तीसरी बार पार्टी के महासचिव चुने गये हैं।
6 अप्रैल को केरल के कन्नूर में येचुरी ने कहा था कि “हम उन सभी विकल्पों पर चर्चा करेंगे जिससे बीजेपी के खिलाफ एक सशक्त मोर्चा तैयार किया जा सके। इस दिशा में कैसे आगे बढ़ना है इस पर पार्टी कांग्रेस मंथन करेगी। उन्होंने कहा कि माकपा संयुक्त मोर्चा बनाने की कोशिश करेगी ताकि भाजपा को सत्ता से बाहर रखा जा सके।
हालांकि 2015 से महासचिव पर संभाल रहे येचुरी के कार्यकाल में अब तक माकपा कोई बड़ा करिश्मा नहीं कर पाई है। मौजूदा दौर में केरल में ही पार्टी की सरकार है। इसके अलावा देश के किसी भी राज्य में पार्टी ने हाल के वर्षों में ज्यादा प्रभावशाली प्रदर्शन नहीं किया है। ऐसे में तीसरी बार अहम पद की जिम्मेदारी संभाल रहे येचुरी के पार्टी को मजबूत करना सबसे बड़ी चुनौती है।