NEWSPR डेस्क। आंध्र प्रदेश के एलुरु जिले में स्थित एक केमिकल फैक्ट्री में बीती रात ब्लास्ट होने के बाद भीषण आग लग गई। इस हादसे में छह लोगों की मौत हो गई और 13 अन्य घायल हो गए। मरने वालों में 4 बिहार के मजदूर भी शामिल हैं। जानकारी के अनुसार पोरस इंडस्ट्री की यूनिट 4 में बीती रात करीब 10 बजे ब्लास्ट हुआ। इसके बाद भीषण आग लग गई।
हादसे के वक्त 150 लोग इंडस्ट्री में काम कर रहे थे। ब्लास्ट की सूचना मिलते ही दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया। उन्हें इस घटना के बाद पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया है हर तरफ पढ़ने और सीखने की सरर सुनाई दे रही है। घटना की जानकारी मिलते ही चंडी अंचलाधिकारी कुमारी आंचल नरसंडा गांव पहुंचकर मृतक के परिवार से मुलाकात किया और उन्हें सरकार के तरफ से मिलने वाली हर संभव सहायता देने काफी भरोसा दिया।
वही चंडी प्रखंड पूर्वी जिला परिषद सदस्य निरंजन कुमार ने भी मृतक के परिवार से मुलाकात किया और सरकार से मृत परिवार के लिए मुआवजे की मांग की बॉयलर ब्लास्ट हादसे में मरने वाले बिहार के 4 मजदूर नालंदा जिले के रहने वाले थे। प्रशासन ने सभी चारों के नाम की घोषणा की है। मरने वाले दो मजदूर हरनौत और दो मृतक मजदूर चंडी थाना क्षेत्र के रहने वाले थे।
अब सवाल ये उठता है कि बिहार की सरकार लगातार मजदूरों के पलायन की बात करती है लेकिन बिहार में रोजगार नहीं मिलने के कारण ही अपना पेट पालने के लिए मजदूर बाहर काम करने की ओर रुख करते हैं जिसका नतीजा यह होता है कि अगर कहीं भी किसी तरह की अप्रिय घटना घटती है तो वहां मरने वालों में बिहार के मजदूर शामिल रहते हैं।
नालंदा संवाददाता ऋषिकेश