NEWSPR डेस्क। बिहार में आए दिन पुलिस की कार्यशाली पर सवाल उठते है। पुलिस अभिरक्षा से कैदियों की भागने की खबर भी आते रहती है। फिर भी पुलिस लापरवाही बरतने से बाज नहीं आती है। बेगूसराय से पुलिस की लापरवाही का एक और तस्वीर सामने आई है। जहां कोर्ट में पेशी से पहले पुलिस ने कैदियों के साथ होटल में खाना खाया। इतना ही नहीं बिल भी कैदियों से ही भरवाया। इस दौरान पुलिस के जवान कैदियों को छोड़कर अलग टेबल पर बैठे रहे। ऐसे में सवाल उठता है कि इस दौरान अगर कैदी फरार हो जाते तो इसकी जिम्मेदारी और जवाबदेही किसकी होती।
हाथ में हथकड़ी और मटन की पीस का लुत्फ उठाता यह शख्स आर्म्स एक्ट का अपराधी है। जिसे गढ़पुरा थाने की पुलिस ने हथियार के साथ गिरफ्तार किया है। गढ़पुरा थाना अध्यक्ष ने तीनों अपराधियों को न्यायालय में पेशी के लिए भेजा तो गढ़पुरा थाना में कार्यरत SI राजदेव पासवान कैदियों के साथ होटल में पार्टी करने बैठ गए। उन्होंने कैदी के पैसे पर मीट और चावल के गुलछर्रे उड़ाये। इस दौरान आरोपी कैदी राजा राम साह बिना किसी पुलिस सुरक्षा के अलग में बैठकर गुलछर्रे उड़ाता रहा।
कैदी की पहचान गढ़पुरा थाना क्षेत्र के धर्मपुर निवासी राजाराम शाह, नीतीश कुमार और चीकू कुमार के रूप में की गई है। तस्वीरें सामने आने के बाद गढ़पुरा थाने की पुलिस पर सवालिया निशान भी खड़े हो रहे हैं।
वहीं इस घटना के सामने के बाद अब लोग सवाल कर रहे हैं कि अगर कैदी मौके से फरार हो जाता तो फिर इसकी जिम्मेवारी कौन लेता? सवाल यह भी था कि कैदी को यह भी पता था की गाड़ी में जब्त कि गई हथियार भी रखी हुई है। अगर कैदी के द्वारा किसी वारदात को अंजाम दिया जाता तो फिर इसकी जिम्मेवारी कौन लेता।