NEWS PR डेस्क : छत्तीसगढ़ के रायगढ़ का मामला सामने आया है जहाँ एक पिता ने खुद अपने पुत्र को पुलिस के हाथों गिरफ्तार करवा दिया। आम तौर पर देश में यह माना जाता है कि नेता पुत्र को गिरफ्तार करने की हिम्मत पुलिस में भी नहीं होती है। मामला कोतवाली थाना क्षेत्र के कोतरा रोड़ का है। यहीं विधायक प्रकाश नायक का आवास है। ट्रक चालक मुलायम सिंह यादव की शिकायत के अनुसार वह विशाखापट्टनम से माल लेकर बेलपहाड़ गया था वहां माल खाली कर कोतरारोड के पास पार्किंग के लिए जा रहा था। इस बीच रात करीब एक बजे चार-पांच कार सवार आए और साइड नहीं मिलने पर अपनी कार से उतर कर ट्रक को पत्थर मारने लगे। पत्थर मारने का विरोध करने पर युवक ड्रायवर से मारपीट करने लगे। ऐसे में वह भागकर कोतरा थाने पहुंचा। थाने में विधायक का पुत्र और अन्य युवक भी आ गए और ड्राइवर से मारपीट करने लगे। पुलिस कर्मियों द्वारा बीच बचाव करने पर उसके साथ भी मारपीट करने लगे। ड्राइवर के अनुसार युवक रितिक नायक खुद को विधायक प्रकाश नायक का पुत्र बताकर थाने के पुलिसकर्मियों से भी गली’गलौज और मारपीट करने लगा। जिसमें कोतरा रोड थाने में विधायक के बेटे के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। फिर बात जब विधायक के बेटे की हो, तो क्या ही कहने। फिर चाहे बेटा कोई भी मनमानी करे। पिता के नाम के कारण कार्रवाई नहीं की जाती है। इन सबके विपरीत छत्तीसगढ़ के रायगढ़ के विधायक प्रकाश नायक ने वह कदम उठाया है। जिसकी सभी की तारीफ कर रहे हैं। विधायक के बेटे रितिक नायक पर आरोप था कि उसने अपने दोस्तों के संग थाने में घुसकर एक आरक्षक के संग मारपीट की। इसकी वीडियो वायरल हुआ। लेकिन विधायक के बेटे होने के कारण कोई भी उसे गिरफ्तार करने से बच रहा था। वहीं सोशल मीडिया पर विधायक सबके निशाने पर आ गए थे।
मारपीट के आरोपी रितिक को जहां पुलिस गिरफ्तार करने से बच रही थी। वहीं इन सबके विपरीत विधायक प्रकाश नायक खुद अपने बेटे को लेकर कोतवाली थाना पहुंच गए और जहां मंगलवार को मारपीट के आरोपी विधायक बेटे और उसके 5 अन्य दोस्तों ने सरेंडर कर दिया। इसके बाद सभी आरोपियों से पुलिस की पूछताछ जारी है। इस मामले में पुलिस ने रविवार देर रात फरार चल रहे एक आरोपी रायगढ़ के बावली कुआं निवासी शुभम शर्मा को गिरफ्तार किया था।
इधर, रितिक नायक और उसके 5 साथियों ने कोर्ट में जमानत याचिका दाखिल की थी। मगर मामले में सुनवाई करने के बाद प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट ने जमानत याचिका खारिज कर दी है। आरोपियों को 30 अप्रैल तक न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
विधायक प्रकाश नायक खुद अपने बेटे रितिक नायक को सरेंडर कराने थाने लेकर पहुंचे। विधायक प्रकाश नायक ने कहा कि मैंने जिम्मेदार जनप्रतिनिधि होने का फर्ज निभाया है। अपने बेटे को सरेंडर कराया है। उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। कानून से ऊपर कोई नहीं है।