NEWSPR DESK- कहां जाता है कि बिहार के सरकारी अस्पतालों को जल्द से जल्द हाईटेक बनाया जाएगा एवं हाईटेक सुविधाओं से लैस किया जाएगा सरकारी अस्पतालों को लेकिन सारे दावे फेल होते नजर आती है या हम नहीं कह रहे हैं यह बिहार के 1 जिले से खबर आई है यह तस्वीर सब बयां कर रही,
आपको बता दें कि स्वास्थ्य व्यवस्था धरातल पर नहीं दिख रही है ऐसा ही नजारा औरंगाबाद में देखा गया है आपको बता दें कि जहां बिजली कटने के बाद दुर्घटना में घायल होकर आए मरीज का इलाज मोबाइल की रोशनी से किया जा रहा है.औरंगाबाद का सदर अस्पताल मॉडल अस्पताल है यानी यहां मरीजों को हर सारी सुविधाएं मिलनी चाहिए जिसके वह हकदार हैं परंतु प्रतिमान लाखों रुपए बिजली एवं जनरेटर की डीजल पर खर्च के बावजूद यहां मरीजों का इलाज मोबाइल की रोशनी में किया जाता है.
वही आपको बता दें कि शुक्रवार की शाम सड़क हादसे में घायल होकर एक मरीज आया और उसी वक्त बिजली गुल हो गई तकरीबन आधे घंटे तक सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड सहित सभी वार्ड अंधेरे में डूब गया और चिकित्सक मोबाइल की रोशनी में दुर्घटना ग्रस्त मरीज की जान बचाने में जुट गया आधे घंटे के बाद बिजली आई तब जाकर मरीजों ने राहत की सांस ली.