NEWSPR डेस्क। मोतिहारी में जमीनी विवाद में दो पट्टीदारों में हिंसक झड़प हो गई। इस झड़प में जख्मी एक व्यक्ति की इलाज के दौरान मौत हो गई। वही दोनों तरफ से आधा दर्जन लोग जख्मी हैं। तीन बिगहा जमीन को लेकर दो पाटीदारों में विवाद चल रहा था। बुधवार की रात एक पाटीदार ने दूसरे के घर पर चढ़कर लाठी,भाला से हमला किया। दोनों पाटीदार की झड़प में जख्मी एक व्यक्ति की मौत हो गयी। वहीं दूसरे की स्थिति नाजुक बनी हुई है।
जख्मी दोनों पक्ष का इलाज सदर अस्पताल व निजी क्लिनिक में किया जा रहा है। सूचना मिलते ही पकड़ीदयाल थाना पुलिस घटना स्थल पर पहुचकर करवाई में जुट गई। वहीं पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ में जुटी है। घटना पकड़ीदयाल थाना क्षेत्र के धनौजी गांव का बताया जा रहा है। दो पटीदारों के बीच जमीनी विवाद बुधवार की रात्रि हिंसक झड़प का रूप ले लिया।दोनों पट्टीदारों के मारपीट में एक जख्मी व्यक्ति की मौत इलाज के दौरान हो गई है। वहीं कई लोग जख्मी हैं। जिनका इलाज निजी क्लिनिक व सदर अस्पताल में चल रहा है।
दो पट्टीदारों के बीच तीन बीघा जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। जनकारी के अनुसार मृतक कृष्णनंदन सिंह और नगीना सिंह के बीच हिस्सेदारी के तीन बिगहा जमीन को लेकर पूर्व से विवाद चल रहा था। जिसे दो दिन पूर्व एक पक्ष के द्वारा विवादित जमीन को जोत लिया गया। जिसको लेकर दोनों पट्टीदार में तनाव चल रहा था। बुधवार की रात्रि एक पट्टीदार द्वारा प्लान बनाकर लाठी ,डंडा,रड, फरसा से हमला कर दिया गया।
जिसमें कई लोग जख्मी हो गए। इलाज के दौरान एक कि मौत हो गयी। वंही बाकी का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है। मृतक की पहचान कृष्णनंदन सिंह के रूप में कई गयी है। पकड़ीदयाल थाना पुलिस त्वरित घटना स्थल पर पहुच करवाई में जुट गई है। मृतक कृष्णनंदन सिंह के भतीजे मुन्ना सिंह के अनुसार उसके पिता राम अयोध्या सिंह घर के दरवाजे पर बैठे थे।
उसके चाचा सोये हुए थे।उसी समय उनके पट्टीदार नगीना सिंह अपने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ लाठी,फट्ठा, लोहे का रड, फरसा और अन्य हथियार लेकर उसके घर के पास आये। घर पर आने के बाद नगीना सिंह के परिवार के लोगों ने घर में घुसकर सारे लोगों को मारने लगे। मुन्ना सिंह के अनुसार घर के सारे लोगों को नगीना सिंह और उनके परिवार के लोगों ने मारा-पीटा,
मारपीट के बाद जख्मी लोगों को लेकर आसपास के लोगों के साथ मोतिहारी अस्पताल में इलाज कराने गए। जहां इलाज के दौरान ही कृष्णनंदन सिंह की मौत हो गई। वहीं राम अयोध्या सिंह की स्थिति गंभीर बनी हुई है। मुन्ना ने बताया कि उसके बाबा राजेंद्र प्रसाद सिंह और उनके भाई बाला सिंह में वर्षों पूर्व जमीन का बंटवारा हो चुका है। उसके पिता राम अयोध्या सिंह और चाचा कृष्णनंदन सिंह के बीच कोई विवाद नहीं है।
उसने यह भी बताया कि नगीना सिंह उसके पिता के चचेरे भाई हैं, जो जबरन तीन बीघा जमीन पर कब्जा करके उसमें खुद जोत लेते है। इसी बात के विरोध करने पर हमेशा नगीना सिंह का परिवार मारपीट करता है। मुन्ना ने बताया कि दो दिनों पहले जमीन को जबरदस्ती नगीना सिंह ने जोत लिया। खेत जोतने के बाद जब हमारे घर के लोगों ने विरोध किया तो उनलोगों ने फिर घर में घुसकर मारपीट की। इसी मारपीट की घटना में चाचा की मौत हो गई।
मोतिहारी से धर्मेंद्र की रिपोर्ट