NEWSPR डेस्क। बिहार में भू माफियाओं ने बड़ा खेला किया है। उन्होंने आजादी के प्रथम संग्राम के नायक बाबू वीर कुंवर सिंह की धरोहर को ही बेच दिया है। मामला छपरा शहर के कटरा नई बाजार मोहल्ले कहा है। जहां स्थित बाबू कुंवर सिंह के खजांची महल को भू- माफिया ने फर्जी कागजात के बल पर बेच दिया गया है। बताया जा रहा कि पूजारी की मदद से पूरा खेला किया गया है।
यह महल अंग्रेजों के खिलाफ बाबू कुंवर सिंह के विद्रोह का साक्षी रहा। इसमें बाबू साहब ने सिपाही विद्रोह के दौरान हफ्ते भर अज्ञातवास के तौर पर बिताए थे। तब सारण के लोगों ने बाबू साहब की तन-मन-धन से मदद की। बताया जा रहा कि महल स्थित मंदिर के पुजारी के वंशजों ने यहां की 24 कट्ठा जमीन बेचने में भू-माफिया की मदद की।
सिपाही विद्रोह का 165वां साल पूरा होने के मौके पर वीर कुंवर सिंह की धरोहर खजांची महल की याद करना मौजूं है, जिसका अस्तित्व अब मिटा दिया गया है। सारण समाहरणालय के पुराने रिकार्ड, पत्र-पत्रिकाओं के आलेख व स्थानीय लोगों के कथ्य इसके गवाह हैं। जगदीशपुर छोडऩे के बाद बाबू साहब ने छपरा के खजांची महल में सप्ताह भर अज्ञातवास के रूप में बिताया था।