NEWSPR डेस्क। नक्सल प्रभावित प्रखंड अधौरा के गांव का समावेशी विकास मे यूपी सरकार की अहम भूमिका होगी। वजह दो राज्यों के बीच पुल निर्माण का मसला हो या फिर संचार के साधन का या फिर इको टूरिज्म को बढ़ावा देने का। यूपी सरकार भी अधौरा सपना सरोकार रखेगी। वह इसलिए कि अधौरा एक तरफ यूपी दूसरी तरफ मध्यप्रदेश और तीसरी तरफ झारखंड से सटा हुआ है और धोरा पूरी तरीके से नक्सल प्रभावित है।
यहां की अधिकतर भूमि सेंचुरी के दायरे में आती है। यही कारण है कि बिहार सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहम्मद जमा खाने सोमवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करा धरा के विकास के लिए एक पहल की शुरुआत की है। अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खां ने बताया कि उत्तर प्रदेश के जिला चंदौली के नौगढ़ के गुरवटवा नदी जो यूपी बिहार बॉर्डर के झरिया जहां पुल निर्माण होने से एक तरफ जहां उत्तर प्रदेश का नवगढ़ सीधे तौर पर कैमूर जिले के अधौरा से कनेक्ट होगा। जिससे नक्सली गतिविधियों पर सीधे तौर पर लगाम लगेगा। तो दूसरी तरफ यूपी के सोनभद्र थाना मांची ग्राम बांकी में जिओ का टावर लगा हुआ है।
अगर यूपी गवर्नमेंट जिओ के टावर की फ्रीक्वेंसी बिहार के अधौरा के तरफ विस्तारित करेगी तो इससे बिहार के अधौरा के बहुतूरे गांव संचार साधन से जुड़ जाएंगे। इससे कई फायदा होगा। एक तो यह कैमूर जिले का अधौरा उत्तरप्रदेश के चंदौली सोनभद्र मध्य प्रदेश और झारखंड से जुड़ा हुआ है संचार का साधन उपलब्ध होने की वजह से लोग सीधे तौर पर एक दूसरे से कनेक्ट होंगे। यही नहीं चैनपुर विधानसभा के करकटगढ जलप्रपात जो टूरिस्ट पैलेस के तौर पर बिहार सरकार विकसित कर रही है। यही कारण है कि अधौरा के विकास के लिए बिहार सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर अधौरा को उत्तर प्रदेश से कनेक्ट करने की पहल शुरू की है।
कैमूर भभुआ से ब्रजेश दुबे की रिपोर्ट