NEWSPR डेस्क। खबर भागलपुर से है। दहां पिछले दिनों मनिहारी में हुए जहाज हादसे के बाद एक बार फिर तीनटंगा कहलगांव के गंगा नदी के बीच जहाज हादसा होने से बाल-बाल बच गया। जहाज पर सवार यात्रियों द्वारा जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन को इसकी सूचना दिए जाने के बाद प्रशासन हरकत में आई और स्थानीय प्रशासन द्वारा दो बड़ी नाव भेज कर जहाज पर फंसे यात्रियों को रेस्क्यू कर निकाला गया।
जानकारी के अनुसार शहरके तीनटंगा कहलगांव फेरी के तहत चलने वाला जहाज दोपहर के 2:14 पर लगभग 200 यात्रियों के अलावे लगभग 25 की संख्या में मोटरसाइकिल को लादकर कहलगांव घाट से तिनटंगा घाट के लिए चली। इस दौरान जैसे ही यात्रियों से भरी जहाज बीच नदी में पहुंची तो अत्यधिक भार के कारण जहाज का इंजन फेल कर गया। जहाज का इंजन फेल होते ही हवा के तेज झोंके के कारण जहाज अनियंत्रित होकर डगमगाने लगी।
इस बीच लोगों के बीच अफरातफरी का माहौल पैदा हो गया। मगर चालक दल के सदस्यों के द्वारा यात्रियों को धैर्य बनाए रखने की अपील की गई। लगभग 4 बज जाने के बावजूद भी फेरी संचालक द्वारा यात्रियों के लिए कोई व्यवस्था नहीं की जा सकी। इस दौरान लगभग 200 यात्रियों की जान सांसत में पड़ी रही। थक हार कर जहाज पर सवार 1 यात्रियों ने नवगछिया एसडीओ को फोन किया।
मगर नवगछिया एसडीओ ने फोन रिसीव नहीं किया। इसके बाद उन्होंने सीधे भागलपुर के जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन को फोन लगाया और घटना की जानकारी दी। डीएम को जानकारी मिलने के साथ ही प्रशासन हरकत में आई और गोपालपुर सीओ एवं भाजपा जिला अध्यक्ष विनोद मंडल के संयुक्त प्रयास से दो बड़ी नाव को जहाज के निकट भेजा गया और यात्रियों को रेस्क्यू कर निकाला गया. वहीं दूसरी ओर घटना के बाद फेरी संचालक घाट छोड़कर फरार हो गए। इस तरह एक बार फिर जहाज हादसा होने से बच गया।
रिपोर्ट:-श्यामानंद सिंह भागलपुर