NEWSPR डेस्क। मशहूर पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या को लेकर दिल्ली से पंजाब तक बौखलाहट है। यह गायक के साथ-साथ कांग्रेस नेता भी थे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इसे पंजाब में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) की नाकामी बताते हुए सोमवार को दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के घर के पास प्रदर्शन किया। पंजाब के मानसा जिले में रविवार को अज्ञात हमलावरों ने सिद्धू मूसेवाला की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी। इतनी ही नहीं दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास के पास भी समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन किया और इस मौत का जिम्मेदार आप को ठहराया है।
मूसेवाला अपने पड़ोसी गुरविंद सिंह और रिश्तेदार गुरप्रीत सिंह के साथ शाम साढ़े चार बजे अपने घर से रवाना हुए। वह खुद गाड़ी चला रहे थे। जब मूसेवाला जवाहर के गांव पहुंचे थे तो सामने से दो गाड़ियों ने उनकी गाड़ी को रोक लिया और सामने से सिद्धू मूसेवाला पर अंधाधुंध गोलियां चलाईं। पुलिस टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंची और तीनों को मानसा स्थित अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि अस्पताल पहुंचने से पहले ही सिद्धू मूसेवाला की मौत हो गई थी। अन्य दो लोगों की हालत स्थिर है। डीजीपी भवरा ने कहा कि मूसेवाला के साथ पंजाब पुलिस के चार कमांडो तैनात थे। उन्होंने कहा कि हर साल ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी और अगले महीने ‘घल्लुघारा सप्ताह’ के कारण सुरक्षा कम की जाती है। मूसेवाला के साथ तैनात पंजाब पुलिस के चार कमांडो में से दो को हटाया गया था। डीजीपी के मुताबिक, मानसा जिले में वारदात के समय मूसेवाला अपने बचे हुए दो कमांडो को साथ नहीं ले गए थे। उन्होंने बताया कि मूसेवाला अपनी निजी बुलेट प्रूफ गाड़ी भी नहीं ले गए थे। भवरा ने कहा कि घटनास्थल से गोलियों के 30 खाली खोखे बरामद किए गए हैं। उन्होंने अनुमान लगाया कि वारदात में कम से कम तीन हथियारों का इस्तेमाल किया गया होगा।
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौधरी ने कहा कि सिद्धू मूसेवाला की दिनदहाड़े हत्या के लिए ‘आप’ सरकार जिम्मेदार है। अरविंद केजरीवाल को इसका जवाब देना चाहिए कि मूसेवाला की सुरक्षा वापस क्यों ली गई, जबकि उनकी जान को खतरा था और यह बात पंजाब में खुफिया एजेंसियों को पता थी। सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद अरविंद केजरीवाल ने रविवार को ट्वीट कर कहा था, ”सिद्धू मूसेवाला का कत्ल बेहद दुःखद और स्तब्ध करने वाला है। मैंने अभी पंजाब के मुख्यमंत्री ने दोषियों को सख्त सजा दिलवाने का आश्वासन दिया है।
पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) वी.के. भवरा ने रविवार को कहा था कि मशहूर गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या गिरोहों के बीच आपसी दुश्मनी का परिणाम लग रही है और लॉरेंस बिश्नोई गिरोह इसमें शामिल है। डीजीपी ने कहा कि इस हत्या की तीव्र जांच के लिए पुलिस महानिरीक्षक (आईजी), बठिंडा रेंज, प्रदीप यादव ने तीन सदस्यीय एसआईटी का गठन किया है। इस टीम में एसपी (जांच) मानसा धर्मवीर सिंह, डीएसपी (जांच) बठिंडा, विश्वजीत सिंह और प्रभावी सीआईए मानसा प्रीतिपाल सिंह शामिल हैं।
डीजीपी ने बताया था कि मूसेवाला के मैनेजर शगनप्रीत का नाम पिछले साल अकाली नेता विक्की मिद्दुखेड़ा की हत्या में सामने आया था। इसके बाद शगुनप्रीत ऑस्ट्रेलिया भाग गया था। यह हत्या मिद्दुखेड़ा की हत्या का बदला लग रही है। उन्होंने कहा कि इस घटना में लॉरेंस बिश्नोई गैंग का हाथ है। कनाडा से गैंग के एक सदस्य ने हत्या की जिम्मेदारी ली है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, कनाडा में रहने वाले गोल्डी बराड़ ने मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी ली है। लॉरेंस बिश्नोई गैंग और लक्की पटियाला गिरोह के बीच दुश्मनी है। तीन बंदूकधारियों की पहचान हरियाणा निवासी सन्नी, अनिल लठ और भोलू के रूप में की गई है और उन्हें मिद्दुखेड़ा की हत्या के संबंध में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने पहले ही गिरफ्तार किया था, जबकि शगनप्रीत का नाम इस मामले की एफआईआर में बतौर आरोपी नामजद है।