नगर निकाय के चुनाव को देखते हुए आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी, प्रत्याशियों पर झूठा मुकदमा, लग रहे गलत आरोप, जानिए पूरा मामला

Patna Desk

NEWSPR डेस्क। नगर निकाय के चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे। वैसे-वैसे जनप्रतिनिधियों के ऊपर झूठा आरोप लगाने का सिलसिला बढ़ता ही जा रहा है। आरोप लगाने वाले भी आरोप लगाने की जल्दबाजी में यह देखना भूल जा रहे है कि जिस पोर्टल से सरकारी निर्देश से खरीदारी करने का आदेश परित किया गया है। उसी पोर्टल पर खरीदारी करने वाले जन प्रतिनिधि को फर्जी तरीके से खरीदारी करने एवं पैसे का गबन करने का आरोप लगा दिया है।

जिसके बाद आरोप लगाने वाले व्यक्ति की किरकिरी सार्वजनीक होने लगी है। मामला शेरघाटी नगर परिषद के अध्यक्ष लिलावती देवी को लेकर है। इस संबंध में जदयू कार्यकर्ता सह नप के अध्यक्ष पुत्र विनय कुमार ने बताया कि एएमआईएम के टिकट पर शेरघाटी से चुनाव लड़ने वाले मंसुर आलम का सुबह से शाम तक एकसूत्री कार्य है कि किसी को भी तंग करके उससे पैसे निकालना। जिसके लिए मंसुर आलम झूठा केस करने से पिछे नहीं हटता है।

मंसुर आलम व अजीत नेता का एक वीडियो भी वायरल हुआ था। जिसमें इनलोगों के द्वारा शेरे बिहार होटल में पैसे का लेन-देन कर रहे थे। जिसका वीडियो डीएम व एसएसपी के पास विनय के द्वारा भेजा गया था। विनय प्रसाद ने बताया कि चुनाव के दौरान हमसे भी मंसुर आलम ने 20 लाख रुपए मदद के नाम से मांगा था। 20 लाख का मदद नहीं करने पर उसने चुनाव के बाद हमे तंग करने लगे और नगर परिषद शेरघाटी में की गई खरीदारी को गलत बता दिया तथा हमारे मां पर झुठा मुकदमा दर्ज करवा दिया।

जबकि नगर परिषद में की गई स्प्रींकल मशीन, कांपेक्टर मशीन व डस्टबीन की खरीदारी, कार्यालय में सशक्त स्थाई समिती व बोर्ड के बैठक में लिए गए निर्णय के बाद क्रय किया गया है। यह 20-2021 के लिए गए प्रवधान में है। समानों का क्रय सरकार द्वारा जारी जेम्स पोर्टल के एल-03 में जाकर टेंडर प्रक्रिया से गुजर कर किया गया।

इसकी शिकायत जिला के कर्मचारी कामता यादव के साथ मिलकर मंसुर आलम ने जिलाधिकारी के पास भेजवाया था। जिलाधिकरी ने कागजों की जांच कर उसपर स्टे लगाते हुए पूनः जांच के लिए निर्देश दिए। जिलाधिकारी के पास दाल गलता ना देख मंसुर आलम ने एक झुठा एफआईआर दर्ज करवाया है। साथ ही कोर्ट में एक झुठा मुकदमा दर्ज करवाया।

इसके साथ ही उन्होंने बताया की मंसूर आलम शेरघाटी के एक फर्जी मदरसा रहमानिया मिशन स्कूल से बच्चों को फर्जी डीएलएड करवाकर इनलोगों से एक मोटी रकम की उगाही की है। डीईओ से इस मदरसे की जांच करवाया जाए तो यह फर्जी मिलेगा। इतना ही नहीं यह जेपी आंदोलन के समय चोरी के अरोप में हजारीबाग में जेल में था और जेपी आंदोलनकारी बता पेंशन भी ले रहे है। हजारीबाग जेल से आरटीआई के माध्यम से इनके जेल जाने का कारण व कितने दिनो से कितने दिनों तक जेल में रहने का विवरण की मांग करुंगा।

शेरघाटी से अविनाश कुमार की रिपोर्ट

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