NEWSPR डेस्क। उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ के रहने वाले कुख्यात सुल्तान खान को पटना रेल पुलिस की टीम ने बक्सर स्टेशन से गिरफ्तार किया है। ट्रेन से कहीं जाने के दौरान गिरफ्तारी हुई है। गिरफ्तार सुल्तान दिखने में आम लोगों की तरह ही है। लेकिन क्राइम की दुनिया में बड़ा नाम है। इसका कनेक्शन बिहार और उत्तर प्रदेश के साथ ही देश की राजधानी दिल्ली समेत कई राज्यों के लोगों से है। यहां तक की नेपाल भी यह कई बार आ-जा चुका है। इसके पीछे की बड़ी वजह है जाली नोट का धंधा। जी हां, सुल्तान भारतीय नोट की तरह हुबहु दिखने वाले जाली नोटों का बड़ा सौदागर है। इसका धंधा वो नोट को डबल करने के नाम पर चलाता है। यह बात पटना रेल पुलिस के अब तक की जांच में सामने आ चुकी है।
सुल्तान खान उत्तर प्रदेश में आजमगढ़ जिले के मुबारकपुर थाना इलाके का रहने वाला है। बुधवार को पटना के रेल SP प्रमोद कुमार मंडल ने बताया कि इसके ठिकानों को खंगाला गया। साथ ही बैंक अकाउंट की जांच की गई। तब एक बैंक अकाउंट में 44 लाख रुपए जमा मिले। जिसे फ्रीज करा दिया गया है।
सिर्फ आजमगढ जिले में ही हत्या, बलात्कार, आर्म्स एक्ट और रंगदारी समेत इसके उपर 12 से अधिक क्रिमिनल केस दर्ज हैं। आजमगढ़ में यह एक बड़ा होटल और मैरेज हॉल भी बनवा रहा है। इसने एक घर पटना के राजीव नगर में भी बनवा रखा है। यहां इसकी पत्नी रहती है। पहले इसका यहां आना-जाना भी था। फिलहाल पत्नी को इसने तलाक दे रखा है।
इसी साल 8 मार्च को मगध एक्सप्रेस में एक वारदात हुई थी। चंडीगढ़ के रहने वाले पारस कुमार पोपलानी पटना से नई दिल्ली के लिए ट्रेन की एसी कोच में सफर कर रहे थे। बक्सर RPF पोस्ट में तैनात जवान प्रेम कुमार और कमेंद्र नाथ ने ट्रेन में पारस कुमार पोपलानी की जांच की। 55 लाख रुपयों से भरे उनके बैग को लेकर दोनों जवान उतर गए थे। इस बात की शिकायत नई दिल्ली पहुंचने के बाद पारस कुमार पोपलानी ने की थी। साफ तौर पर अपनी कंप्लेन में दो पुलिस वालों के बारे में लिखा था। मामले की गंभीरता को देख तब रेल मंत्रालय एक्टिव हुआ और जांच के निर्देश दिए गए।
पटना के रेल SP के निर्देश पर बक्सर रेल थाना में इस मामले में उसी दौरान एक FIR दर्ज हुई थी। केस की जांच और दोषियों की गिरफ्तारी के लिए प्रमोद कुमार मंडल ने एक SIT बना डाली थी। इस टीम ने जांच करते हुए सबसे पहले ट्रेन से पोपलानी का कैश से भरा बैग उतारने वाले RPF के दोनों जवानों प्रेम और कमेंद्र को गिरफ्तार किया।
फिर इन दोनों का साथ देने वाले पटना के अथमलगोला के रहने वाले जितेंद्र कुमार और गर्दनीबाग के रहने वाले उमेश कुमार सिंह उर्फ मुकेश कुमार सिंह को गिरफ्तार किया। इस केस में अब 5वीं गिरफ्तारी सुल्तान खान की हुई है। रेल SP के अनुसार गिरफ्तारी के बाद RPF के दोनों जवानों ने पूछताछ में कबूल किया था कि सुल्तान से उन्हें पोपलानी का कैश वाला बैग उतारने के लिए 10 हजार रुपए मिले थे। गिरफ्तारी के डर से कुछ समय के लिए सुल्तान नेपाल में जाकर रह रहा था।
सुल्तान और पारस कुमार पोपलानी का कनेक्शन इस कांड के पहले से है। पटना आकर सुल्तान जमाल रोड के होटल विक्की में ठहरा करता था। एक-एक महीने के लिए वो कमरा बुक करता था और रहता था। होटल से ही वो नकली नोट के धंधे को डबलिंग के नाम चलाता था। पारस कुमार पोपलानी भी इससे ओरिजनल भारतीय नोट को देकर जाली नोट लेता था। 35 लाख रुपए लेकर वो पटना फ्लाइट से आया था। जिसके बाद एयरपोर्ट पर उतरने के बाद CISF की टीम ने उसे उस वक्त रोक लिया था।
जांच में जब रुपए सही मिले, तब उसे छोड़ा गया। फिर वो सुल्तान से मिला। उसे असली नोट देकर जाली नोट लिया। आशंका है कि पटना से वो 55 लाख रुपए के जाली नोट की खेप को लेकर ही वो मगध एक्सप्रेस से नई दिल्ली जा रहा था। मगर, बक्सर में सुल्तान के भेजे RPF के जवानों ने वो बैग उतार लिया। रेल SP के अनुसार जब उस बैग को बरामद किया गया था तो वो खाली था। वो रुपए कहां गए? इसकी पूछताछ अब सुल्तान से होगी। साथ ही संभव है कि आगे चलकर जाली नोट का धंधा करने के मामले में पारस कुमार पोपलानी की गिरफ्तारी भी हो.