NEWSPR डेस्क। बिहार सरकार के पंचायती राज द्वारा सम्मानित पंचायत की हाल फिलहाल ही पंचायती राज विभाग के द्वारा सुंदर एवं स्वच्छ निर्माण कार्य को लेकर पंचायत के मुखिया को प्रशस्ति पत्र दिया गया है। मामला खगड़िया के तेलिहार पंचायत के वार्ड दो का है। जहां सात निश्चय योजना के तहत बनाए गए जल मीनार पानी पीने के लिए नहीं सिर्फ सोभा के लिए बनाया गया है। ये आरोप तेलिहार पंचायत गांव की है।
ग्रामीणों की मानें तो पंचायत को कागजी पन्नों पर ही सुंदर पंचायत बनाया गया है। धरातल तो कुछ और ही हाल बयान कर रहा है। तेलिहार पंचायत वार्ड दो में बर्ष 2019 में ही जलमिनार बनकर तैयार था और सभी के घरों में नल जल के पाइप का जाल बिछा दिया। सरकार और जनप्रतिनिधि द्वारा शुद्ध पानी हर घर तक पहुंचने की बात कही गई थी लेकिन शुद्ध पेय जल आज तक हम लोगों को नसीब नहीं हुआ।
वहीं जल मीनार के पंप चालक ने बताया कि जल मीनार के कॉन्ट्रैक्टर एवं पीएचडी विभाग के जेई को कई बार मोबाइल के माध्यम से सूचना दिया गया। उसके बाद भी जल मीनार से बहती जलधारा को ठीक नहीं कराया गया जिस कारण घरों में शुद्ध पेयजल नहीं पहुंच पा रहा है। ग्रामीण ने आरोप लगाते हुए बताया कि बर्ष 2019 से ही जल मीनार की सफाई नहीं हुई है। ठेकेदार और पीएचडी विभाग के जेई की लापरवाही के कारण यह दिन देखने को मिल रहा है की नल रहते हुए घरों तक पानी नसीब नहीं हो रहा है। पंचायत की जल मीनार अपनी बदहाली पर आसूं बहा रहा है और बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी योजना इस पंचायत में दम तोड़ती दिख रही है।
खगड़िया से राजीव की रिपोर्ट