NEWSPR डेस्क। मुख्यमंत्री ने 102 एंबुलेंस सेवा के तहत 501 एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस एवं बेसिक लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। बिहार ऐसा पहला राज्य है, जिसने प्रखण्ड प्रत्येक प्रखण्ड में एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है, जो आज फलीभूत हो रहा है। इन एंबुलेंसों के परिचालन से आपातकालीन स्वास्थ्य परिवहन सेवा में गुणात्मक सुधार होगा तथा आम लोगों को इसका काफी लाभ प्राप्त होगा।
ग्रामीण क्षेत्रों एवं शहरी क्षेत्रों के मरीजों को समय सीमा के अंदर आपातकालीन स्वास्थ्य परिवहन सेवा उपलब्ध होने से काफी सहूलियत होगी। इस पहल से मरीजों को उच्चतर इलाज की सुविधावाले अस्पतालों में ले जाने में काफी सुविधा होगी। मुख्यमंत्री ने एंबुलेंस को रवाना करने के पूर्व एंबुलेंस के अंदर की व्यवस्थाओं एवं कार्यप्रणाली की जानकारी ली। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बहुत खुशी की बात है कि आज आमलोगों को बेहतर एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से 501 नई एम्बुलेंस का लोकार्पण किया जा रहा है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा कुल 1000 एम्बुलेंस का क्रय किया गया है। जिसमें से 501 एंबुलेंस को सभी जिलों के लिए रवाना किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले वर्ष हमने पुराने सभी सरकारी 652 एम्बुलेंस को बदलकर उनके स्थान पर 1000 नये एम्बुलेंस खरीदने का निर्णय लिया था। उन्होंने कहा कि इसमें से 534 एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस प्रत्येक प्रखण्ड के लिये है।
इस एम्बुलेंस में ऑक्सीजन सुविधा के साथ-साथ वेंटिलेटर, डिफिब्रीलेटर-सह-कॉर्डियक मॉनिटर, सेन्ट्रल वेन कैथेटर्स आदि की सुविधा उपलब्ध होती है। इस प्रकार एक एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस चलंत गहन चिकित्सा कक्ष की तरह कार्य करता है। शेष 466 बेसिक लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस हैं जो ऑक्सीजन सुविधायुक्त वैसे एंबुलेंस होते हैं जिनका उपयोग सामान्य रोगियों के परिवहन में किया जाता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन एम्बुलेंसों के परिचालन से आपातकालीन स्वास्थ्य परिवहन सेवा में गुणात्मक सुधार होगा तथा आम लोगों को इसका काफी लाभ प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि यह जो काम हुआ है, वह बहुत ही अच्छा हुआ है। ग्रामीण क्षेत्रों एवं शहरी क्षेत्रों के मरीजों को समय सीमा के अंदर आपातकालीन स्वास्थ्य परिवहन सेवा उपलब्ध होने से काफी सहूलियत होगी। इस पहल से मरीजों को उच्चतर इलाज की सुविधावाले अस्पतालों में ले जाने काफी सुविधा होगी। ग्रामीण क्षेत्रों की गर्भवती माताओं, बीमार शिशुओं, गंभीर रूप से बीमार मरीजों एवं दुर्घटनाग्रस्त मरीजों की इससे तत्काल स्वास्थ्य सहायता उपलब्ध हो सकेगी।