NEWSPR डेस्क। नालंदा में वैसे तो ठगी की नगरी से कतरीसराय इलाके का मायापुर काफी सुर्खियों में रहता है लेकिन इस बार दीपनगर थाना क्षेत्र इलाके का राणा विगहा गांव ठगी को लेकर सुर्खियों में है। गौरतलब है कि राणा विगहा गांव का राजू केवट अपने घर मे 2018 से इलाहाबाद बैंक का मिनी ब्रांच चला रहा है। जिसमें हजारों ग्राहक अपनी गढ़ी कमाई का पैसा इलाहाबाद बैंक की मिनी शाखा में जमा कर रहे थे।
हालांकि बैंक द्वारा सभी ग्राहकों को सभी कागजात असली दिए गए और पासबुक में असली नाम दिया गया। इसी तरह से हजारों ग्राहक लगातार तीन सालों में मिनी शाखा में पाई-पाई करके करोड़ो रुपया जमा होने पर सीएसपी संचालक राजू केवट के मन मे बेईमानी पनपने लगा। फिर उसके द्वारा ग्राहकों के पास बुक में रुपया जमा करने के उपरांत पासबुक को अपडेट नहीं करने का काम करना शुरू कर दिया।
ग्राहकों के द्वारा रुपया जमा करने के बाद मशीन में पासबुक को अपडेट ना करके हाथों से लिखना शुरू कर दिया। अचानक एक दिन बैंक शाखा का संचालक राजू केवट अपनी ब्रांच का शटर डाउन कर फरार हो गया। इस बात की जानकारी ग्राहकों को लगी तो सभी ग्राहकों के द्वारा अपने पासबुक को इलाहाबाद बैंक गढ़पर के मुख्य शाखा पहुँचकर अपनी पासबुक को अपडेट कराया तो सभी के होश उड़ गए। इस तरह से हजारो ग्राहकों का लगभग तीन करोड़ रुपये ठगकर राजू केवट फरार हो चुका है। वहीं इस मामले को लेकर राणा विगहा के दर्जनों ग्रामीण अपनी फरियाद को लेकर डीएम कार्यालय पहुँचकर मदद की गुहार लगाया है।अब देखना यह है कि इन ठगों के ऊपर प्रशासन कब तक कार्रवाई करती है।
ऋषिकेश संवाददाता नालंदा