NEWSPR डेस्क। बिहार शरीफ कोर्ट में उस वक्त सनसनी फैल गई। जब हत्या के फर्जी आरोपी को जेजेबी के कोर्ट में पेश किया गया। दरअसल बीते 10 मई 2022 को बकरा गांव में पूर्व जिला परिषद सदस्य अनीता देवी के पुत्र इंद्रजीत कुमार उर्फ अंशु की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जिसमें रवि केवट को मुख्य अभियुक्त बनाया गया था।
हत्या के बाद से यह फरार हो गया लेकिन पुलिस दबिश के कारण इसने एक सोची समझी चाल चली और बीते 10 अगस्त को एक नाबालिग लड़के को रवि केवट बनाकर कोर्ट में पेश कर दिया। उसके बाद उसे बाल गृह भेज दिया गया। बुधवार को उस बच्चे की पहचान के लिए परिजन को बुलाया गया। जिसमें खुद मुख्य अभियुक्त रवि केवट उसका मौसा बन बैठा और अपनी पत्नी को उसका मौसी बना दिया।
शक के आधार पर जेजेबी के न्यायाधीश आशीष रंजन ने उसके आधार कार्ड की जांच करवाई जिसमें उस बच्चे का आधार कार्ड फर्जी पाया गया। उसके बाद रवि केवट की भी पहचान कर ली गई। तुरंत न्यायालय के आदेश पर रवि केवट और उसकी पत्नी को बिहार थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। जबकि उस नाबालिग को बाल सुरक्षा गृह भेज दिया गया है। बता दें कि रवि केवट के ऊपर गिरियक थाने में 2017 से लेकर 2021 तक हत्या रंगदारी मारपीट समेत कई संगीन मामले दर्ज हैं। जबकि आज उसके ऊपर 419 और 420 का एक मामला और दर्ज हो गया।
ऋषिकेश संवाददाता नालंदा