NEWSPR डेस्क। भागलपुर के कहलगांव से दिल दहला देने वाला एक लव जिहाद का मामला सामने आया है। जहां कहलगांव पूरब टोला के बाबूराम की 18 साल की पुत्री नैना देवी का शव कहलगांव के मुसहरी टोली के रहने वाले मोहम्मद सज्जाद के घर से बरामद हुआ। नैना का शव मो. सज्जाद के घर के चौकी के नीचे अस्त-व्यस्त अवस्था में मिला। जिसमें नैना को गला दबाकर मारा गया है।
वहीं उनकी मां का कहना है कि मेरी बेटी को पहले जहर खिलाया गया। उसके बाद गला दबाकर मारा गया। यह हम लोगों को तब पता चला जब कचरा चुनने वाली मेरे घर जाकर कहती है। आपकी बेटी को बेरहमी से मारा गया है। तब हम सभी मो. सज्जाद के घर जाकर देखें तो मेरी बेटी मृत अवस्था में पड़ी हुई थी। उसे बेरहमी से इनलोगों ने मारा है।
मृत युवती नैना की मां ललिता देवी ने बताया मेरी बेटी का एक महीना पहले ही शादी बटेश्वर नवादा के गौतम कुमार सैनी से हुआ था। वह मात्र 3 दिन अपने ससुराल में रही उसके बाद वापस मेरे पास आ गई । सरकारी विद्यालय में वह नौवीं की छात्रा थी उसका स्टाइपेन मिला था वह एटीएम से पैसा निकालने जा रही थी। इसी दरमियान मो. सज्जाद जो कहलगांव का ही मुसहरी टोला का रहने वाला है। उसे बहला-फुसलाकर दिल्ली लेकर चला गया और तकरीबन 20 दिनों बाद अपने गांव वह लाया।
वहीं उसकी मां ने यह भी बताया कि मेरी बेटी से एक बार मोबाइल पर जब बात हुई थी। तो वह रोते तड़पते कह रही थी मैं बहुत परेशान हूं। मैं दिल्ली में हूं। मुझे यहां से निकालो। परंतु हम लोगों की आर्थिक स्थिति मजबूत नहीं रहने के चलते दिल्ली जाना मुश्किल हुआ और नतीजतन मेरी बेटी को मोहम्मद सज्जाद ने बुरी तरीके से जहर खिलाकर और गला घोंटकर मार डाला।
वहीं दूसरी ओर उसके भाई ने बताया कि शादी से पहले मोहम्मद सज्जाद और नैना में मोबाइल पर काफी दिनों से बातें हुआ करती थी। शायद काफी दिनों से दोनों में प्रेम प्रसंग था। मैंने कहा भी था कि अंतरजातीय विवाह सही नहीं होगा। परंतु आज उसका नतीजा मैंने देख लिया आज मेरी बहन मृत मेरे सामने पड़ी हुई है। कोई उसके भाई ने कहा कि मोहम्मद सज्जाद कोयल चुनकर बेचने का काम करता है और नशे में धुत रहता है।
वहीं नैना के पति गौतम कुमार सैनी ने कहलगांव में मोहम्मद सज्जाद के खिलाफ केस दायर किया और कहलगांव थाना घटनास्थल पर पहुंचकर मोहम्मद सज्जाद को गिरफ्तार कर लिया है परंतु उसकी मां अब भी यही कह रही है कि मेरी बेटी को जो सज्जाद ने मारा है उसका इंसाफ मुझे चाहिए।
रिपोर्ट-श्यामानंद सिंह भागलपुर