NEWSPR डेस्क। औरंगाबाद में पटना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस संजय करोल ने सिविल कोर्ट परिसर स्थित नवनिर्मित पांच मंजिले भवन का उद्घाटन कर उसे न्यायालय को सुपुर्द किया। पूरी ईमानदारी एवं निष्पक्षता के साथ अंतिम पंक्ति में खड़े लोगों तक न्याय पहुंचाने की अपील की।
पांच मंजिले व्यवहार न्यायालय के उद्घाटन से पूर्व चीफ जस्टिस ने पालना घर का भी उद्घाटन कर उसे भी न्यायालय को समर्पित किया। इस दौरान जिला जज मनोज कुमार तिवारी के साथ साथ न्यायिक पदाधिकारियों ने उनका भव्य स्वागत किया। उद्घाटन सत्र की विधिवत शुरू राष्ट्रीय गान से की गए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए चीफ जस्टिस ने सबसे पहले बिहार की धरती यहां के लोगों, यहां की संस्कृति को नमन किया और न्यायाधीशों को अपने संबोधन के माध्यम से यह अपील की कि न्याय प्रक्रिया को सरल एवं सहज बनाए और वादियों को न्याय दें।
जिससे उन्हें संतुष्टि मिले। चीफ जस्टिस ने अधिवक्ताओं से भी अपील की कि अपने ही कोर्ट को सुप्रीम कोर्ट बना दें और न्यायाधीशों पर यही न्याय देने का दबाव बनाएं ताकि किसान,मजदूर एवं अत्यंत गरीब तबके के लोग यहां के अलावा अन्य कहीं न जाएं। चीफ जस्टिस ने कहा कि यदि ऐसे लोगों को अपने कोर्ट में न्याय नहीं मिलेगा। तो कहां से हाईकोर्ट एवं सुप्रीम कोर्ट का खर्च वह कर पाएंगे और उनकी पूरी जिंदगी इसी में गुजर जाएगी।
औरंगाबाद से रूपेश की रिपोर्ट