राज्य में उर्वरक की कोई कमी नहीं , प्रचुर मात्रा में सभी प्रकार का उर्वरक उपलब्ध -डॉ . प्रेम कुमार

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By PR Desk

बिहार के कृषि मन्त्री डॉ ० प्रेम कुमार ने कहा कि राज्य में उर्वरक की कोई कमी नहीं है, सभी प्रकार का उर्वरक प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि किसान भाई – बहन अपनी आवश्यकतानुसार निर्धारित मूल्य पर उर्वरक का खरीद करें, आवश्यकता से अधिक उर्वरक खरीद कर स्टॉक करने की जरूरत नहीं है। उर्वरक बिक्रय केन्द्रों पर सोशल डिस्टॅशिंग का पालन करें, ताकि कोरोना संक्रमण से बचाव हो सके।

कृषि मंत्री ने बताया कि इस खरीफ मौसम में 30 जुलाई 4,90,000 तक मैट्रिक टन यूरिया के आवश्यकता के विरूद्ध 7.05,250 मैट्रिक टन यूरिया आवंटित किया गया है, जो आवश्यकता से अधिक है तथा अभी तक 6,06,301 मैट्रिक टन यूरिया उपलब्ध है। इसी प्रकार अब तक 2,00,000 डी ० ए ० पी ० की आवश्यकता के विरूद्ध 3,67,500 मैट्रिक टन डी ० ए ० पी ० आवंटित किया गया है ,जो आवश्यकता से अधिक है एवं अब तक 2,08,936 मैट्रिक टन डी ० ए ० पी ० उपलब्ध है।

अब तक राज्य में 1.15,000 मैट्रिक टन एन ० पी ० के ० एवं 85,000 मैट्रिक टन एम ० ओ ० पी ० की आवश्यकता है, इसके विरूद्ध क्रमशः 1,65,500 मैट्रिक टन एन ० पी ० के ० तथा 1,15,500 मैट्रिक टन एम ० ओ ० पी ० आवंटित है । उन्होंने कहा कि अभी तक राज्य में 1,39,453 मैट्रिक टन एन ० पी ० के ० तथा 60,761 मैट्रिक टन एम ० ओ ० पी ० उपलब्ध है। इस प्रकार खरीफ मौसम में राज्य में किसी भी उर्वरक की कोई कमी नहीं होगी।

उन्होंने निर्देश दिया कि उर्वरक के साथ खुदरा बिक्रेता को कुछ अन्य न्यूट्रियेन्ट बेचने के लिए कहा जाता है, इस पर रोक लगायें। जिला स्तर पर गठित जिला उर्वरक निगरानी समिति द्वारा विभिन्न उर्वरकों की उपलब्धता, कालाबाजारी, तस्करी आदि पर नियंत्रण एवं अनुश्रवण किया जाता है। उन्होंने कहा कि किसी भी हालत में राज्य के लिए आवंटित उर्वरक राज्य से बाहर नहीं जाना चाहिए। राज्य में पॉस मशीन से ही उर्वरक की बिक्री की जा रही है।

उन्होंने विभाग को उड़नदस्ता टीम गठित कर औचक निरीक्षण करते रहने का निर्देश दिया। डॉ ० कुमार ने विभागीय अधिकारियों को निदेश दिया कि राज्य में जिन उर्वरक की कमी महसूस हो उसकी आवश्यकतानुसार आपूर्ति करने हेतु शीघ्र भारत सरकार को पत्र भेजा जाये, ताकि राज्य के किसानों को इस खरीफ मौसम में समय पर सभी उर्वरकों की आपूर्ति हो सके। उन्होंने किसानों से अपील किया कि राज्य में उर्वरकों की कोई कमी नहीं हैं। अनुशंसा के अनुसार संतुलित उर्वरकों का उपयोग कर ससमय पर खरीफ फसलों की खेती करें एवं फसलों का भरपूर उत्पादन करें।

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