NEWSPR डेस्क। मासूमगंज के नर्सिंग ठाकुरबाड़ी से 2014 में 250 वर्ष पुरानी अष्टधातु की मूर्ति डकैती कर ली गई थी जिसमें राधा जी और सीता जी की अष्टधातु की मूर्ति थी। राधा जी की मूर्ति रिकवरी हो तो गई, लेकिन वह बांका के शंभूगंज थाने में अब भी 7 साल से कैद है। इसे लेकर आज मासूमगंज की रहने वाली राष्ट्रीय संत पंचनाम जूना अखाड़े की श्री महंत की सचिव व महाकाल मानव सेवा की राष्ट्रीय अध्यक्ष उमा कंचन गिरि ने एक प्रेसवार्ता कर कई जानकारियों को साझा किया।
उन्होंने कहा 2014 में मासूमगंज के श्री श्री 1008 नरसिंह ठाकुरबाड़ी से 250 वर्ष पुरानी धरोहर रूपी अष्टधातु की मूर्ति की डकैती हो गई थी, जिसमें राधा जी और सीता जी की मूर्ति थी। राधा जी की मूर्ति तो रिकवरी हो गई, लेकिन वह बांका के शंभूगंज थाने में अब भी कैद है। राष्ट्रीय संत उमा कंचन गिरि ने यह भी बताया कि राधा मां की ना तो भोग ही लगाई जा रही है ना ही उनकी पूजा-अर्चना की जा रही है, जिस तरह उनकी प्रत्येक दिन मंदिर में पूजन आरती आराधना होती थी आज पता नहीं वह किस हाल में है। उन्होंने कहा कि जिस प्रभु को हमलोग रात दिन पलकों पर बिठाते थे, वह 7 वर्षों से कैद में है और वह बेल का इंतजार कर रही है।
अब तो ऐसा कलयुग आ गया है कि भगवान का भी बेल इंसान को कराना पड़ेगा। राधा मां का जल्द से जल्द बेल हो इसके लिए राष्ट्रीय संत काफी परेशान दिख रही हैं। मां कंचन गिरि ने बताया कि प्रशासन व कोर्ट का चक्कर मैं 2014 से ही काट रही हूं, सिर्फ इसलिए कि राधा जी को जल्द से जल्द बेल मिले और कैद के चंगुल से छूट कर उन्हें फिर से स्थापित कर पूजन अर्चना कर सकूं।
राष्ट्रीय संत व पंचनामा जूना अखाड़े की श्रीमहंत की सेक्रेटरी ने कहा कब हमें राधा मां मिलेगी ?कब हमारी राधा मां की पूजन अर्चना प्रारंभ होगी? हमें जवाब चाहिए, राष्ट्रीय संत प्रशासन और कोर्ट से कई सवाल करते दिखी। वहीं उन्होंने यह भी बताया कि भागलपुर के जिला एवं सत्र न्यायाधीश शिव गोपाल मिश्र ने आश्वासन दिया है की 2014 में चोरी हुए अष्टधातु की राधा मां की मूर्ति के केस नंबर 2156 /2014 में हर संभव मदद की जाएगी।
रिपोर्ट-श्यामानंद सिंह भागलपुर