NEWSPR डेस्क। मुजफ्फरपुर में एक युवक की खौफनाक तरीके से हत्या कर दी गई। हत्यारे ने उसके हाथ-पैर काट दिए। उसका पेट भी फाड़ दिया था। जिससे अंतड़ियां बाहर आ गई थीं। शरीर पर दर्जनों गहरे जख्म हैं, जैसे किसी धारदार हथियार से काटा गया हो। गला भी बहुत निर्ममता से काटा गया था। हालांकि यह धर से जुड़ा हुआ था। उसका प्राइवेट पार्ट भी काटने की बात सामने आई है। लेकिन इसकी आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की गई है।
मृतक की पहचान उसी गांव के जागेश्वर राम के बेटे सुजीत के रूप में हुई है। उसकी लाश प्राइवेट स्कूल के पीछे मिली है। सुजीत 11 सितंबर से लापता था।सुजीत के पिता ने बताया की चार महीने पहले गांव के मोहम्मद इदरीश का बेटा अरमान उसे सूरत लेकर गया था। कहा था कि कपड़े की फैक्ट्री में नौकरी लगवा देगा। लेकिन वहां ले जाकर उसे पैसे भी नहीं देता और प्रताड़ित भी करता था। सुजीत ने इसका विरोध किया और घर जाने की बात कही। अरमान ने उसकी ट्रेन का टिकट कटवा दिया था। इसी महीने वह घर आया थाा। अरमान ने उससे कहा कि घर जाओ मैं आकर पैसा देता हूं।
अरमान भी इस बीच गांव आया। 10 सितम्बर को सुजीत उससे रुपए मांगने गया लेकिन उसने बहाना बनाना शुरू कर दिया। इसे लेकर दोनों के बीच जमकर विवाद हुआ था। अरमान ने सुजीत को धमकी दी कि उसे दो दिन में उठवा लेगा। इस घटना के ठीक एक दिन बाद 11 सितम्बर को सुजीत घर से लापता हो गया। परिजन ने काफी खोजबीन की। लेकिन उसका सुराग नहीं मिला। पिता ने सकरा थाना में लापता होने का मामला दर्ज कराया था।
मृतक के भाई राजीव ने बताया कि पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया। वे लोग अपने स्तर से पता कर रहे थे। उन्हें शक था कि अरमान ने धमकाया था। ये उसी की करतूत हो सकती है। राजीव आरोपी अरमान के घर गया। उसने भाई के बारे में पूछा तो दोनों के बीच जमकर बहस हुई। आरोपी ने बदसलूकी कर राजीव को भगा दिया। शुक्रवार देर शाम परिजन को सूचना मिली की सुजीत का शव क्षत-विक्षत हालत में पड़ा हुआ है।
घटना की सूचना मिलने पर सकरा थानेदार सरोज कुमार समेत कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। घटनास्थल का मुआयना किया गया। थानेदार सरोज कुमार ने बताया कि शरीर के कटे हुए अंगों का टुकड़ा वहीं फेंका हुआ था। लाश देखने से लगता है कि यह चार पांच दिन पुराना है। क्योंकि शव डिक्मपोज होने लगा था। तेज दुर्गंध भी आ रही थी। परिजन ने अरमान पर ही सुजीत का अपहरण कर निर्मम हत्या करने का आरोप लगाया है। घटना के बाद गांव में भारी तनाव हो गया। विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष कृष्ण मुरारी कार्यकर्ता के साथ भी पहुंचे। आरोपी घर से फरार हो गया। जिलाध्यक्ष ने कहा कि वे जब पुलिस से पूछताछ करने गए और घटना की जानकारी लेने की कोशिश की तो उन्होंने उन्हें ही डांट फटकार दिया। FIR में नाम डाल देने की धमकी दी।