NEWSPR डेस्क। केंद्रीय उर्वरक मंत्री के आरोप का कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने जवाब दिया है। कहा कि 17 साल से एनडीए की सरकार में कृषि मंत्री बीजेपी के पास रही है। 17 साल से बिहार में बीजेपी ने कृषि मंत्रालय को बर्बाद किया है। बिहार में रोपनी का समय जुलाई और अगस्त उपयुक्त समय होता है। इस दौरान भारत सरकार ने पर्याप्त मात्रा में यूरिया दिया ही नहीं तो कैसे तस्करी का आरोप लगा रहे हैं।
उर्वरक कंपनियां भारत सरकार की कंपनी है, बिहार में उर्वरक कंपनियों सही कार्य नहीं कर रही है। 2,25000 करोड़ सब्सिडी उर्वरक कंपनियों का भारत सरकार ने दिया। यह बात सामने आई कि उर्वरक कंपनियों ने कीमत से अधिक मूल्य पर बुड़बक को भेजा उसके बावजूद भी ये ऐसा सवाल कर रहे।
कहा कि नियम है उर्वरक कंपनिया अधिक रेट पर बेचने पर सब्सिडी का लाभ उर्वरक कंपनियों को नहीं दिया जाता है। किसानों को उर्वरक सही से मिले इसलिए उर्वरक विक्रेताओं और लाइसेंस के लिए नियमों में बदलाव किया जा रहा है। मंत्रिमंडल में आने के बाद मैंने गड़बड़ी करने वाले जाँच की कार्रवाई की है। कृषि अधिकारियों में तब्दीली करना चाहता हूं और तब्दीली होगी तो और बेहतर कार्य होगा।