NEWSPR DESK- पटनाः आईआरसीटीसी के अधकारियों का कहना है कि बिहार में टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए शराबबंदी पर प्रदेश की नीतीश सरकार को विचार करना होगा।
आईआरसीटीसी की बिहार में विदेशी पर्यटकों को लाने की योजना है। शराबबन्दी के चलते पर्यटन को भारी नुकसान हुआ है और विदेशी पर्यटक भी बिहार से दूर हुए हैं। इस योजना को लेकर आईआरसीटीसी के अधिकारी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से शीघ्र ही मिलने वाले हैं।
बिहार में विदेशी पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए शराबबंदी में ढील देने की मांग करेंगे। प्रदेश सरकार के विचार करने पर करोड़ों डॉलर बिहार में आ सकते हैं और 10000 से अधिक रोजगार का सृजन हो सकता है।
मुख्यमंत्री ने कई बार कहा कि शराबबंदी के चलते पर्यटन व्यवसाय पर कोई असर नहीं पड़ा है, लेकिन आईआरसीटीसी की मानें तो बिहार में पर्यटन व्यवसाय शराबबन्दी के चलते पूरी तरह से प्रभावित हुई है। बिहार में पूर्ण शराबबंदी है और सरकार इसे पूरा करने के लिए लगातार नए-नए प्रयोग कर रही है, लेकिन शराबबन्दी का सबसे बड़ा असर पर्यटन पर पड़ा है। अगर हिंदुस्तान में बिहार को सर्वोत्तम प्रदेश बनाना है और अगर बिहार सरकार यदि चाहे तो हमारे ब्लूप्रिंट पर अगर काम करें तो करोड़ों डॉलर बिहार को आ सकता है
और 10000 से अधिक रोजगार का सृजन हो सकता है, लेकिन समस्या सोच में है। आईआरसीटीसी ग्रुप के ईस्ट जोन के जनरल मैनेजर जफर आजम ने बताया कि हम लोग सरकारी संस्थाएं हैं और हम लोग मुख्यमंत्री से मिलेंगे उनसे बातें करेंगे और कहेंगे कि जो आवश्यक हो व जो टूरिज्म के विकास के लिए आवश्यक है उसे जरूर कीजिए। बिहार में टूरिज्म बहुत कम हुआ है और रेशियो काफी गिर गया है।