NEWSPR डेस्क। झारखण्ड धनबाद जिले में इन दिनों रेलवे, नगर निगम अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चला रहा है. एक तरफ निगम प्रशासन बुलडोजर चलाकर अवैध दुकानों, घरों को नष्ट कर रहा है, अवैध रूप से कब्जा कर रखे आवासों को सील कर रही है तो दूसरी ओर रेलवे प्रशासन अतिक्रमण मुक्त कराने को लेकर निगम से एक कदम आगे चल रहा है. रेलवे प्रशासन रेलवे जमीन पर रह रहे लोगों के घरो में नोटिस चिपकाने के साथ मंदिरों में भी नोटिस चिपका रही है. अब मंदिर में वास कर रहे भगवान इसके खिलाफ आएंगे या उस नोटिस को लेकर फरियाद करेंगे ये बड़ा सवाल है.
रेलवे के द्वारक बेकारबांध कॉलनी में हनुमान मंदिर में रेलवे की ओर से एक नोटिस चिपकाई गई है. यह नोटिस अतिक्रमण के सम्बंध में हनुमान मंदिर के नाम से रेलवे की है. विषय में कहा गया है कि अनाधिकृत रूप से बेकारबांध कॉलनी में रेल जमीन पर अवैध कब्जा करने के संबंध में पूर्व मध्य रेलवे के सहायक अभियंता की ओर से मंदिर में नोटिस लगाया गया है. रेलवे द्वारा नोटिस में कहा गया कि रेलवे जमीन पर मंदिर बनाकर जो अवैध रूप से कब्जा कर रखा वह गैर कानूनी है.
नोटिस में आगे लिखा है कि दस दिनों के अंदर इस जमीन को खाली कर वरीय अनुभाग अभियंता को सौंप दें. ऐसा नही करने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इस नोटिस के बाद आसपास बसे लोगों में रेलवे के प्रति आक्रोश है. लोग विरोध पर उतर आए है. लोगों का कहना है कि हमारी सात पीढ़ी ने मंदिर में हनुमान जी की पूजा अर्चना में बिताई है. साल 1931 से हम सभी यहां रह रहे हैं. अब मंदिर को हटाने के लिए रेलवे दबाव बना रही है.