NEWSPR DESK- समस्तीपुरः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय, सरायरंजन (समस्तीपुर) का उद्घाटन किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा- आज मुझे खुशी है कि उदघाट्न समारोह में आने का मौका मिला। सात निश्चय में हमलोगों ने तय किया था कि हर जिले में मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना की जाएगी।
समस्तीपुर में अगले साल मेडिकल कॉलेज भी बन जाएगा। इस कॉलेज में 46 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। जिनका इसमें जिनका नामांकन किया गया था उनलोगों को मुजफ्फरपुर में पढ़ाया जाता था। अब वो भी यहां आ जाएंगे। जिस समय हमलोग इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे थे तो उस समय पूरे देश में चार-पांच ही इंजीनियरिंग कॉलेज था, उसी में से पटना में भी एक था।
इंजीनियरिंग कॉलेज तो सभी जिलों में बन ही रहा है, सभी जिलों में मेडिकल कॉलेजों की भी स्थापना की जा रही है। भोजपुर, बक्सर और कटिहार में मेडिकल कॉलेज का काम चल रहा है। भोजपुर, अरवल और जहानाबाद में इंजीनिरिंग कॉलेज का काम चल रहा है। सभी जगह बालक-बालिकाओं के रहने के लिए व्यवस्था की गई है।
समस्तीपुर जिले के कल्याणपुर और उजियापुर में अंबेडकर आवासीय विद्यालय की स्थापना की जा रही है। इसके निर्माण पर 46 करोड़ से भी ज्यादा खर्च आता है। हमलोगों ने मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेज के लिए यूनिवर्सिटी का निर्माण भी करा दिया है। हम लड़कियों और महिलाओं उत्थान के लिए लगातार काम कर रहे हैं। जीविका समूह बनाकर भी हमने महिलाओं के उत्थान के लिए काम किया।
लड़कियों के पढ़ने और उनके लिए हमने 2007-08 में पोशाक और साईकिल योजना की शुरुआत करायी। उसके बाद लड़के भी साईकिल की मांग करने लगे तो उनलोगों के लिए भी साईकिल हमने उपलब्ध करायी। आज की तारीख में मैट्रिक की परीक्षा में लड़के और लड़कियां की संख्या बराबर हो गई है।
एक सर्वे में हमने देखा लड़की अगर पढ़ी लिखी होगी तो प्रजनन दर में कमी आयेगी। इसलिए हमने लड़कियों के पढ़ने पर जोर दिया। लड़कियां पढ़ेंगी तो सभी बातें समझेंगी। आप जान लीजिए लड़के को कम समझ में आता है और लड़कियों को ज्यादा समझ में आती है। अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक समाज सबके लिए हमलोग काम करते हैं।
कल जिनके साथ थे, हमने उनका साथ क्यों छोड़ा? वो आज सिर्फ झगड़ा लगाने का काम कर रहे हैं। हम आपसी मिल्लत के लिए काम करते हैं। आपको पता है कि हम भाजपा में थे। लोग कहते हैं कि पहले गए, फिर साथ, फिर छोड़े। 1998 में अटल जी ने अपनी सरकार में हमें मंत्री बनाए, तीन विभागों को हमने संभाला। उस समय ढंग से काम होता था। जिस इंजीनियरिंग कॉलेज में हम पढ़ते थे वो देश का सबसे पुराना कॉलेज है। उस समय मुरली मनोहर जोशी जी मंत्री थे, ने उसको नेशनल इंस्टीच्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी का दर्जा दिया। इनके पहले के लोग कितना काम करते थे। अटल जी, आडवाणी जी, जोशी जी कितना काम करते थे। वर्ष 2013 में हम अलग क्यों हुए। लालू जी पर उस वक्त भी केस कराया लोग और फिर साथ आए तो वही काम कर रहे हैं। हम तो उनसे अलग हो गए, अब हम जीवनभर उनलोगों के साथ नहीं जाएंगे। सारे समाजवादी मिलकर एक साथ बिहार के साथ-साथ देश का विकास करेंगे।
जितना जल्दी हो सके मेडिकल कॉलेज का निर्माण कराया जाए। यहां की सड़क का भी चौड़ीकरण कराया जाएगा ताकि लोगों को आवागमन में सुविधा होगी। हमलोग लोगों की सेवा करते हैं। अपने लिए कुछ नहीं सोचते हैं। आपने मौका दिया है तो आपकी सेवा करना हमारा धर्म है। समस्तीपुर से मेरा विशेष लगाव है, पिछली बार बाढ़ में कितनी बार आपके बीच आए थे। जननायक कर्पूरी ठाकुर जी से हमलोगों का विशेष लगाव रहा है।