अंशु प्रिया
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड सरकार कोरोना संकट के दौरान राज्य में वापस लौटे करीब साढ़े आठ लाख श्रमिकों को रोजगार देने की तैयारी में जुट गई है। जिसके लिए श्रम विभाग ने फिया फाउंडेशन के साथ एमओयू किया है। फिलहाल मजदूरों की स्क्रीनिंग का काम किया जा रहा है। जिसके आधार पर श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध किया जाएगा। बता दें अजीम प्रेमजी फाउंडेशन की सहयोगी संस्था फिया ने नेपाल हाउस के श्रम विभाग में कंट्रोल रूम बनाया है।
अभी तक वापस आए प्रवासी मजदूरों में साढ़े तीन लाख कुशल श्रमिकों की पहचान की गई है। जिनके लिए मुख्यमंत्री श्रमिक योजना के तहत रोजगार देने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। कोरोना संकट को देखते हुए सरकार की ओर से 10 से अधिक टॉल फ्री नंबर जारी किए गए थे। जिसके तहत प्रवासी मजदूरों का रजिस्ट्रेशन हुआ था।
फिया फाउंडेशन ने कोरोना काल में रांची, खूंटी, गुमला, सिमडेगा और लोहरदगा में विशेष कार्यक्रम की शुरूआत की है। इसको झारखंड इंटीग्रेटेड हेल्थ एंड न्यूट्रिशन प्रोग्राम (जीदन) का नाम दिया गया है। संस्था प्रखंड स्तर पर कॉर्डिनेटर की नियुक्ति कर रहा, जिसके माध्यम से गांव स्तर तक स्वास्थ्य के कार्यक्रम चलाए जाएंगे। फाउंडेशन की ओर से झारखंड सरकार को अबतक लगभग 4.61 करोड़ के मेडिकल उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं। संस्था ने राज्य को 5 ट्रूनेट मशीन, 2 थर्मो फीशर आरएनए एक्सट्रेक्टर, 29 हजार पीपीई किट, 36 हजार एन-95 मास्क, 10 हजार सर्जिकल मास्क उपलब्ध कराए हैं।