Reported by Sunny Jha
बिहार में कोरोना काल में बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोरो पर है। सभी पार्टियां अपनी अपनी तैयारी में लगी हैं। लेकिन बिहार बात महागठबंधन की करें तो भी तक कुछ तस्वीर साफ नहीं हो पाई है। हमेशा की तरह ही इस बार भी खीच तान जारी है। लेकिन राजनीतिक जानकारों की माने तो तेजस्वी यादव की मनमानी से महागठबंधन बिखराव की ओर जा रहा है! राजद और कांग्रेस के एक सुर एक होने से अब साफ़ हैं कि महागठबंधन से जीतन राम मांझी, उपेंद्र कुसवाहा और मुकेश सहनी अलग हो सकते हैं। शुरुआती दौर से ही राजद महागठबंधन में कॉर्डिनेशन कमिटी नहीं बनाने की जिद्द पर अड़ा है। जिसके बाद मांझी और कुशवाहा भी कॉर्डिनेशन कमिटी की मांग को लेकर कांग्रेस के आला कमान से मिलकर बात की थी। लेकिन सूत्र बता रहे हैं कि कांग्रेस की अपील के बाद भी तेजस्वी की मनमानी से अभी तक कॉर्डिनेशन कमिटी नहीं बन पाई है।
महागठबंधन में टूट से भाजपा और जदयू को मिल सकता है फ़ायदा
अगर महागठबंधन में टूट होती है तो कहीं न कहीं भाजपा और जदयू को इसका फ़ायदा मिल सकता है। जीतन राम मांझी, उपेन्द्र कुशवाहा और मुकेश सहनी महागठबंधन से अगर अलग होते हैं तो इसका नुकसान राजद और कांग्रेस को हो सकता है। राजनीतिक जानकारों की माने तो वजह साफ है कि राजद पिछड़ों के मुद्दे पर राजनीति करती है और मांझी अलग होते है तो पिछड़ों का वोट राजद से अलग हो सकता है, साथ ही कुशवाहा और सहनी अलग हो गए तो कुशवाहा वोट के साथ मल्लाह वोट भी राजद से अलग हो सकता है। जिसका सीधा नुकसान राजद को होगा।
कोरोना की वजह से चुनाव टालने के चक्कर में राजद ?
राजद कोरोना की वजह से चुनाव को टालने की के प्रयास में जुटी हुई है, राजद की दलील है कि सरकार लाशो के ढेर पर चुनाव कराना चाहती है। अगर चुनाव को लेकर तैयारी की बात करें तो बिहार के सभी 72723 बूथों पर सभी राजनीतिक पार्टीयों के बूथ स्तरीय तैयारी अभी तक पूरी नहीं हो सकी है। नेता प्रतिपक्ष बार-बार चुनाव को टालने की बात कह रहे हैं, लेकिन अगर राजद के चुनाव की तैयारी की बात करें तो राजद की बूथ स्तरीय तैयारी अभी तक नहीं हो सकी है। ऐसे में चुनाव टालना राजद की मज़बूरी भी है। वहीं कांग्रेस की बात करें तो चुनाव को लेकर अभी तक तैयारी पूरी नहीं हो पाई है। अगर भाजपा और जदयू की बात करें तो दोनों पार्टी की चुनाव को लेकर तैयारी ज़ोरो पर है। भाजपा और जदयू लगातार वर्चुअल रैली कर रहे है और चुनाव को कैसे जीतना है, इसको लेकर कार्यकर्ताओं से बातचीत कर जीत की रणनीति बना रही हैं। बात अगर बिहार चुनाव को टालने की करें तो चुनाव को टालना इस वक़्त सही विचार जरूर है, लेकिन और राजद और कांग्रेस के चुनाव तैयारी पर बात करें तो तैयारी पूरी नहीं होने के वजह से भी चुनाव टालना चाहती है