हर साल भाद्रपद के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को ही कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाती है। मान्यता है कि भाद्रपद के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को भगवान कृष्ण ने जन्म लिया था। इस साल जन्माष्टमी का त्योहार 11-12 अगस्त यानी दो दिन मनाया जाएगा। हालांकि, ज्योतिषों का कहना है कि 12 अगस्त को जन्माष्टमी का त्योहार मनाना ज्यादा अच्छा रहेगा. इस रात आप बाल-गोपाल की पूजा करत सकते हैं।
47 मिनट का है पूजा का शुभ मुहुर्त
जन्माष्टमी के दिन रात को पूजा करने का समय सही होता है. क्योंकि, भगवान कृष्ण का जन्म आधी रात को ही हुआ था। 12 अगस्त को पूजा का शुभ समय रात 12 बजकर 5 मिनट से लेकर 12 बजकर 47 मिनट तक है। पूजा की अवधि 43 मिनट है।
मिलता है दोगुना फल
मान्यता है कि जन्माष्टमी के दिन पूजा करने से दोगुना फल प्राप्त होता है. इस दिन लोग उपवास रखते हैं साथ ही भजन-कीर्तन भी किए जाते हैं। जिसमें बड़ी संख्या में महिलाओं, युवतियों के साथ पुुरुष और युवा भी हिस्सा लेते हैं